- लेखक सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए व्यावहारिक रणनीतियों की पेशकश करते हुए विविधता, समानता और समावेशन की अंतर्संबंधता पर गहराई से प्रकाश डालते हैं।
लखनऊ , 9 अक्तूबर , campussamachar.com, विशेष शिक्षा क्षेत्र में बहुत कम पुस्तकों की संख्या है जबकि बढ़ती हुई दिव्यांगता के दृष्टिगत आवश्यकता बहुत अधिक है ,शोध भी आवश्यक । इस कड़ी में पहल करते हुए रविन्द्र कुशवाह एवं अभिराम कुशवाह के द्वारा लिखित पुस्तक “विविधता ,समानता एवं समावेशन” एवं “विशेष शिक्षा में नैतिक मुद्दे” का आज 9 अक्तूबर को विमोचन अखिलेन्द्र कुमार सदस्य, सामान्य परिषद जगद्गुरु रामभद्राचार्य राज्य दिव्यांग विश्वविद्यालय चित्रकूट सदस्य, सामान्य परिषद AYJNIHSDD मुंबई, पूर्व उप आयुक्त दिव्यांगजन उ.प्र , रजिस्ट्रार, डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ द्वारा किया गया।
आइआइएम रोड लखनऊ स्थित संस्थान में आयोजित एक सादे समारोह में पुस्तक का विमोचन करने के बाद अखिलेंद्र कुमार ने कहा कि रवींद्र कुमार कुशवाहा, अभिराम कुशवाहा, प्रदीप कुमार यादव और डॉ. प्रत्यांशी दुवेदी द्वारा लिखित “विविधता, समानता और समावेशन” एक विचारोत्तेजक पुस्तक है जो समावेशी वातावरण बनाने की जटिलताओं का पता लगाती है। लेखक सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए व्यावहारिक रणनीतियों की पेशकश करते हुए विविधता, समानता और समावेशन की अंतर्संबंधता पर गहराई से प्रकाश डालते हैं। यह व्यापक मार्गदर्शिका शिक्षा, कार्यस्थल और समुदाय सहित विभिन्न संदर्भों में चुनौतियों और अवसरों को संबोधित करती है।
वास्तविक जीवन के उदाहरणों और केस अध्ययनों के माध्यम से, पुस्तक नीति निर्माताओं, शिक्षकों और अभ्यासकर्ताओं के लिए अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। सहानुभूति और समझ को बढ़ावा देकर, इस पुस्तक का लक्ष्य सभी के लिए समावेशित और समानता की संस्कृति विकसित करना है।