- मुख्य वक्ता के रूप में नीदरलैंड एम्स्टर्डम से जुड़े मनीष पांडेय ने अपने वक्तव्य में कहा कि हिंदी आत्मीयता की भाषा है.
- सम्पूर्ण कार्यक्रम कॉलेज की प्राचार्य डॉ अंशु केडिया जी के कुशल निर्देशन में सम्पन्न हुआ .
लखनऊ , 14 सितबर,campussamachar.com, खुन खुन जी गर्ल्स पी.जी. कॉलेज हिंदी विभाग ( khun khun ji girls degree college) के द्वारा आज हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर ऑनलाइन अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया था जिसका विषय था “वैश्वीकरण के युग में हिंदी का बदलता स्वरूप विशिष्ट वक्ता के रूप में लेखिका डॉ कल्पना मिश्रा( सहायक प्राध्यापक हिंदी शासकीय दू.ब. महिला महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ ) जी ने अपना विचार रखते हुए कहा कि भारत की राजभाषा हिंदी ने अपनी सरलता, सहजता, बोधगम्यता एवं उदारता के कारण देश की सीमाओं को लांघ कर संपूर्ण विश्व को अपना बनाया है।
आज कंप्यूटर इंटरनेट के क्षेत्र में भी में हिंदी की स्थिति निरंतर बेहतर होती जा रही है । आज के समय में IBM,TATA ने हिंदी में P.C.,DOS ने कम्प्यूटर को निर्देश देना सुगम बनाया है।हिंदी भाषा तकनीकी की बदलती आवश्यकताओं के अनुसार खुद को ढालने में भी सक्षम है ।
मुख्य वक्ता के रूप में नीदरलैंड एम्स्टर्डम से जुड़े मनीष पांडेय ने कहा कि हिंदी आत्मीयता की भाषा है। भाषा वहीं जीवित रहती है जिनका प्रयोग जनता करती है। उन्होंने कहा कि आज हिंदी सिर्फ भाषा ही नहीं बल्कि एक बाजार बन चुकी है, जिसमें साहित्य से लेकर टीवी और फिल्म जैसे बड़े कारोबार भी शामिल है ।
इस कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रियंका द्वारा किया गया तथा डॉ स्नेहलता शिवहरे, डॉ अनामिका सिंह, जी द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया डॉ पारुल सिंह एवं महाविद्यालय के सभी शिक्षिकाओं , छात्राएं एवं अन्य राज्य के कालेजो के शिक्षक- शिक्षिकाएं, छात्र- छात्राएं भी उपस्थित रहें। यह सम्पूर्ण कार्यक्रम कॉलेज की प्राचार्य डॉ अंशु केडिया जी के कुशल निर्देशन में सम्पन्न हुआ जिनके द्वारा दोनों वक्ताओं का आभार व्यक्त किया गया I