- शहडोल में डा. गिरधर माथनकर और शहर में संस्कार शिक्षा मंदिर कपिलनगर से संपर्क किया जा सकता है।
बिलासपुर, 9 सितम्बर , campussamachar.com, । शहडोल में 24 वर्षों से सामाजिक कार्य एनजीओ के माध्यम से पिछड़े लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का काम सहजीवन समिति कर रही है। चित्रकूट यूनिवर्सिटी में प्राध्यापक रहे डा. गिरधर माथनकर और नगर के समाजसेवी शिक्षाविद संस्कार श्रीवास्तव ने मिलकर किशोरों को भाषाई कुशलता व्यक्तित्व विकास क्षमता वृद्धि को आधार बनाकर उनको सुयोग्य बनाने का संकल्प लिया है। आनलाइन मार्गदर्शन अल्प शुल्क पर होगा।
बता दें कि संजीवनी ने शहडोल में 2003 से छात्र छात्राओं का मार्गदर्शन कर रही है। सभी बच्चे अब सुयोग्य आत्मनिर्भर जिम्मेदार नागरिक बनकर इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। एनईपी के तहत शिक्षा में बदलाव पर काम करते हुए किशोर बच्चों की संभावना पात्रता क्षमता का विकास किया जाएगा। इसमें 9 व 10 में छात्र-छात्राओं को शामिल किया जाएगा। इसके लिए शहडोल में डा. गिरधर माथनकर और शहर में संस्कार शिक्षा मंदिर कपिलनगर से संपर्क किया जा सकता है।
यहाँ कर सकते हैं सम्पर्क –
डॉ गिरधर माथनकर
सहजीवन समिति, शहडोल
8770628066
संस्कार श्रीवास्तव
शिक्षाविद
बिलासपुर छत्तीसगढ़
9893598836