- सर्व प्रथम महंतजी एवम समस्त शाला परिवार के द्वारा वीणा वादिनी मां सरस्वती की प्रतिमा पर पूजा अर्चना कर द्वीप प्रज्वलित किया गया एवम जागृति तथा कुणाल के द्वारा सरस्वती वंदना कर गुरु वंदना करके माल्यार्पण किया गया ।
जांजगीर चाम्पा,/ अकलतरा 22 जुलाई . campussamachar.com, छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के पत्र क्रमांक1318/1445/2024/20तीन नया रायपुर 19 जुलाई 2024 के पत्र के निर्देशानुसार राज्य के समस्त शालाओं में गुरुपूर्णिमा उत्सव मनाने का निर्देश अवर सचिव छ ग शासन स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किया गया था. जिसके परिपेक्ष्य में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला अमोरा सगरपारा के प्राथमिक एवम पूर्व माध्यमिक शाला ने अकलतरा के राम कुटी आश्रम के महंत गिरिराज दास जी महाराज की उपस्थिति में पारंपरिक रूप से शाला परिवार ने बड़े धूमधाम से मनाया।
सर्व प्रथम महंतजी एवम समस्त शाला परिवार के द्वारा वीणा वादिनी मां सरस्वती की प्रतिमा पर पूजा अर्चना कर द्वीप प्रज्वलित किया गया एवम जागृति तथा कुणाल के द्वारा सरस्वती वंदना कर गुरु वंदना करके माल्यार्पण किया गया । तत्पश्चात गुरु शिष्य परंपरा पर कु सुहाना ने विस्तार से गुरुपूर्णिमा के बारे में बताया।कुमारी आकांक्षा के द्वारा गुरु पूर्णिमा उत्सव की विशेषता के बारे में बताया। कुमारी रिया,कीर्ति ,आराधना एवम साथियों के द्वारा गुरु की महिमा पर दोहा प्रस्तुत किया। कुमारी सुभद्रा एवम कु पायल के द्वारा गुरु पूर्णिमा उत्सव की विशेषता एवम गुरुओं के गुरु वेदव्यास जी के पौराणिक कथा को विस्तार से बताया तथा उनके ही जन्मोत्सव पर गुरु पूर्णिमा के पर्व को मनाया जाना बताया।
शाला के प्रधान पाठक श्री जयंत सिंह क्षत्रिय ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कहा कि हमारे प्राचीन काल में सनातन धर्म की संस्कृति में गुरु वेदव्यास जी महाराज ,गुरु द्रोण ,गुरु वशिष्ठ एवम गुरु वाल्मीकि ,संदीपनी इत्यादि ऐसे महान महात्मा जिन्होंने भगवान श्री राम एवम श्री कृष्ण के गुरु रहे जिनके शिक्षा से भारत वंश की वैदिक परंपरा का सदैव से निर्वहन करते आ रहे है हम।महंत गिरिराज दास सीता राम महाराज जी ने श्लोक दो पंक्ति के द्वारा प्रारंभ करते हुए कहाअखण्ड मंडलाकारं व्याप्तं येन चराचरं
तत्पदं दर्शितं येन तस्मै श्री गुरुवे नमः।।