लखनऊ , 28, जून,campussamachar.com । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ( पांडेय गुट ) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ( Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath,) का ध्यान प्रदेश के सहायता प्राप्त प्रशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में 7 अगस्त 93 से 30 दिसंबर 2000 तक के मध्य नियुक्त तदर्थ शिक्षकों के साथ हो रहे अन्याय को बंद करने की मांग की है। संगठन ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ( Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) का ध्यान आकर्षित करते हुए तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। साथ ही उनसे जनहित एवं रोजी-रोटी से जुड़े इस संवेदनशील मामले में न्यायप्रदान कर की मांग की है ।
संगठन के वरिष्ठ शिक्षक नेता ओम प्रकाश त्रिपाठी ने उक्त समय अवधि अगस्त 93 से 30 दिसंबर 2000 तक के बीच समय लागू नियुक्ति प्रक्रिया कठिनाई निवारण अधिनियम एवं धारा 18 के अंतर्गत नियुक्त तदर्थ शिक्षकों को इतनी लंबी अवधि 28 से 30 वर्षों से कार्य करने के बाद भी शिक्षा अधिकारियों की लचर नीति के अंतर्गत के कारण सरकार को गुमराह किया गया और 3 नवंबर 2023 को सभी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर वेतन भुगतान भी बंद कर दिया गया।
शिक्षक नेता ने बताया ऐसे में लगभग 3700 से अधिक शिक्षक और उनसे जुड़े परिवार भुखमरी के कगार पर है और यह स्थिति एक लोकप्रिय सरकार के शिक्षा अधिकारियों की संवेदन हीनता के कारण बनी है। विदित हो कि माननीय न्यायालय ने इस तरह की याचिकाओं में पारित आदेशों में इन तदर्थ शिक्षकों को न्याय पारदन करने के आदेश दिये थे । शिक्षक नेता त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री ( Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) का व्यक्तिगत ध्यान आकर्षित करते हुए इस प्रकरण में न्याय देने की मांग की है । #campussamachar.com,