- आज की तिथि
*ज्येष्ठ – तीसरा माह (03)
कृष्ण पक्ष – दूसरा पक्ष (02 रा)
तिथि – तृतीया ( 03 री )
वार/दिन- सोमवार ( 02 रा वार/दिन )
*पूर्णिमांत आषाढ़
आज तिथि ५१२६ /०३-०२-०३ /०२ युगाब्द ५१२६/ ज्येष्ठ ( पूर्णिमांत आषाढ़ ) कृष्ण पक्ष, तृतीया, सोमवार “अम्बू बासी” शुभ व मंगलमय हो….
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अंको में आज की तिथि┏━∪∪━━━━┓
♡🔆 5126/03/02/03/02♡
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युगाब्द (कलियुग) – 5126
*ज्येष्ठ – तीसरा माह (03)
कृष्ण पक्ष – दूसरा पक्ष (02 रा)
तिथि – तृतीया ( 03 री )
वार/दिन- सोमवार ( 02 रा वार/दिन )
*पूर्णिमांत आषाढ़
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माला फेरत जुग भया, गया न मन का फेर ।
कर का मनका डारि दे, मन का मनका फेर ।।
✍ मनुष्य समझता है कि भगवान का नाम (जपने) बार-बार लेते रहने से वे प्रसन्न हो जाते है ।
✍ क्या कोइ माता पिता अपने बच्चों से बिना उनकी सेवा करे प्रसन्न हो सकते है ?
✍ कबीर कहते हैं कि हमारे यही हाथ माला जपने के बजाए दूसरों की सेवा/काम में लगें तो बेहतर है ।
✍ कबीर ज्ञान कराते हैं कि जिस प्रकार माँ-बाप अपने बच्चों से आपस मे एक दूसरे की मदद की उम्मीद करते हैं ।
✍ उसी प्रकार ईश्वर भी अपने बनाये अन्य प्राणियों की मदद को ही अपनी वास्तविक पूजा/भक्ति/सेवा मानता है ।
आज तिथि ५१२६ /०३-०२-०३ /०२ युगाब्द ५१२६/ ज्येष्ठ ( पूर्णिमांत आषाढ़ ) कृष्ण पक्ष, तृतीया, सोमवार “अम्बू बासी” की पावन मंगल बेला में, लोगों के काम आने को ही भगवान की पूजा मानने के संकल्प के साथ, नित्य की भांति, आपको मेरा “राम-राम”।
प्रस्तुति -ललित अग्रवाल
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