- आज की तिथि
ज्येष्ठ – तीसरा माह (03)
शुक्ल पक्ष – पहला पक्ष (01 ला)
तिथि – नवमी ( 09 वीं )
वार/दिन- शनिवार ( 07 वां वार/दिन )
आज तिथि ५१२६ /०३-०१-०९ /०७ युगाब्द ५१२६/ ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष, नवमी शनिवार “मिथुन सक्रांति/रज” शुभ व मंगलमय हो….
●▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬●
अंको में आज की तिथि
♡ ∩_∩
(„• ֊ •„)♡
┏━∪∪━━━━┓
♡🔆 5126/03/01/09/07♡
┗━━━━━━━┛
युगाब्द (कलियुग) – 5126
ज्येष्ठ – तीसरा माह (03)
शुक्ल पक्ष – पहला पक्ष (01 ला)
तिथि – नवमी ( 09 वीं )
वार/दिन- शनिवार ( 07 वां वार/दिन )
༺꧁ 5️⃣1️⃣2️⃣6️⃣ 🌞 0️⃣3️⃣🌝 0️⃣1️⃣ 🌝 0️⃣9️⃣ 🌞 0️⃣7️⃣ ꧂༻
गोधन, गजधन, बाजिधन,
और रतनधन खान।
जब आवे संतोष धन,
सब धन धूरि समान ।।
✍ वर्तमान युग अर्थयुग/कलियुग है । धन/पैसे को अन्य सभी पर प्राथमिकता हासिल है ।
✍ अधिक से अधिक धन प्राप्त करने की इच्छा/लालसा मनुष्य को कुछ भी करने को बाध्य कर रही है ।
✍ पैसे से सम्पन्न/धनवान व्यक्ति से पूछिए कि क्या वह सुखी और संतुष्ट है ? जवाब आएगा पैसे की बहुत दिक्कत है।
✍ कबीर कहते हैं कि जब तक संतोष/संतुष्टि नहीं आती तब तक कितना भी धन पास हो, बेकार है ।
✍ सन्तोष/संतुष्टि अपने ही अंदर से आती है । इसके लिए सोच/विचारों में परिवर्तन करना होता है ।
आज तिथि ५१२६ /०३-०१-०९ /०७ युगाब्द ५१२६/ ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष, नवमी शनिवार “मिथुन सक्रांति/रज” की पावन मंगल बेला में, संतोषी बनने का संकल्प लेते हुए, नित्य की भाँति, आपको मेरा “राम-राम” ।
- प्रस्तुति -ललित अग्रवाल