- BEO सुनीता ध्रुव एवं विकास खंड स्रोत समन्वयक देवी चंद्राकर के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित प्रशिक्षण में सहभागी सभी प्रशिक्षार्थी प्रशिक्षण से पूरी तरह संतुष्ट नजर आए।
- संकुल समन्वयक ओमप्रकाश वर्मा ने खेल, गीत, कविता के माध्यम से पढ़ाई के रोचक तरीके बताए।
बिलासपुर , 15 मार्च campussamachar.com। विकास खंड स्तरीय तीन दिवसीय बालवाड़ी प्रशिक्षण संकुल केन्द्र सेमरताल में आयोजित किया गया। जिसका समापन शुक्रवार को प्रभारी प्राचार्य अनिल वर्मा के आतिथ्य में हुआ। प्रतिदिन प्रशिक्षण की शुरुआत मां सरस्वती की पूजा, प्रेरणा गीत और प्रशिक्षण प्रतिवेदन के साथ किया गया।
बालवाड़ी प्रशिक्षण में शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित मास्टर ट्रेनर तृप्ति यादव, दीपिका श्रीवास्तव, प्रीति चंद्रवंशी, संकुल समन्वयक ओमप्रकाश वर्मा के द्वारा बच्चों को खेल, गीत, कविता के माध्यम से पढ़ाई के रोचक तरीके बताए। जेंडर समानता, समावेश शिक्षा, इ सी सी ई के महत्व, विकास के आयाम, संतुलित पोषण, भाषा संप्रेषण, औपचारिक शिक्षा, स्कूल रेडिनेस सहित कई महत्वपूर्ण विषयों पर महत्वपूर्ण चर्चा किया गया। प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस में बालवाड़ी के नन्हें बच्चों को अक्षर जोड़ना, शब्द बनाना, शरीर अंग परिचय और समूह कार्य को सरलता से समझने के लिए प्रभावी व रुचिकर अध्यापन शैली बताई गई। अंतिम तीसरे दिन मास्टर ट्रेनरों ने भाषा विकास के मुख्य घटक, आगामी साक्षरता, मौखिक भाषा, ध्वनि जागरुकता, पढ़ने की आदत, लेखन कौशल, सामूहिक पठन, संख्यात्मक विकास पर गहन जानकारी दी गई। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी सुनीता ध्रुव एवं विकास खंड स्रोत समन्वयक देवी चंद्राकर के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित प्रशिक्षण में सहभागी सभी प्रशिक्षार्थी प्रशिक्षण से पूरी तरह संतुष्ट नजर आए।
bilaspur school News : समापन दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि प्रभारी प्राचार्य अनिल वर्मा ने प्रशिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बालवाड़ी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और शिक्षक, शिक्षिकाओं का महत्वपूर्ण दायित्व है। ये नवांकुर मानव को गढ़ने का वंदनीय कार्य करते हैं। माताएं भाव प्रधान हैं, जो बच्चों की भावनाओं को अच्छे से समझती हैं। प्रधान पाठिका शांति तिर्की ने सभी प्रशिक्षार्थियों को बधाई व शुभकामनाएं दी। संकुल समन्वयक ओमप्रकाश वर्मा ने अतिथियों व मास्टर ट्रेनरों के सम्मान में श्रीफल, पुष्प गुच्छ भेंट किए। प्रशिक्षण में प्रधान पाठक निशा अवस्थी, शिक्षक प्रदीप मुखर्जी ,दिनेश कोरी सहित सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं का सहयोग मिला।