- धर्मेंद्र प्रधान ने राष्ट्रीय ई-लाइब्रेरी; ज्ञान उत्पाद, जैसे ई-जादुई पिटारा; विकसित भारत और नारी शक्ति वंदन पर विषय-विशिष्ट मॉड्यूल; बौद्धिक विरासत बनाने पर संसाधन आदि लॉन्च किए
- 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए भाषा और किताबें, संपत्ति जैसी हैं – श्री धर्मेंद्र प्रधान
- स्कूल यूनिफॉर्म में बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। टिकट आईटीपीओ की वेबसाइट पर ऑनलाइन और चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध हैं।
नई दिल्ली, 10 फरवरी । ( PIB ) केंद्रीय शिक्षा तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन किया (Shri Dharmendra Pradhan inaugurates New Delhi World Book Fair ) । इस कार्यक्रम में भारत में सऊदी अरब के राजदूत, सालेह बिन ईद अल-हुसैनी; शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी; शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग के सचिव संजय के. मूर्ति; स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार; नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन प्रोफेसर मिलिंद सुधाकर मराठे; नेशनल बुक ट्रस्ट के निदेशक युवराज मलिक और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
52वें नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले का उद्घाटन करते हुए प्रधान ( Union Minister of Education and Skill Development & Entrepreneurship, Shri Dharmendra Pradhan) ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस वर्ष मेले की थीम ‘बहुभाषी भारत: एक जीवंत परंपरा’ भारत की भाषाई विविधता और वैश्विक साहित्यिक परंपराओं का उत्सव मना रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मेला साहित्य, विविध संस्कृतियों, कलात्मक अभिव्यक्तियों और ज्ञान का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है। प्रधान ने कहा कि बहुभाषावाद हमारी विविधता का मूल है और इसलिए, भाषा और किताबें 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य, जैसी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने परिकल्पना की है, को साकार करने के लिए संपत्ति हैं।
New Delhi World Book Fair : उद्घाटन सत्र में अपने संबोधन में सालेह बिन ईद अल-हुसैनी ने दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए पारस्परिक प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने भारत के अमृत काल और सऊदी अरब के 2030 के दृष्टिकोण के बीच समानताएं बताईं, क्योंकि बेहतर भविष्य के लिए हमारे बीच साझा प्रतिबद्धता है।
धर्मेंद्र प्रधान ( Union Minister of Education and Skill Development & Entrepreneurship, Shri Dharmendra Pradhan) ने बजट 2023-34 में घोषित ‘नेशनल डिजिटल लाइब्रेरीज़ फॉर ऑल’ का ऐप लॉन्च किया। राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण आधारित कथन, “जब नागरिक पढ़ते हैं, तो देश नेतृत्व करता है” के अनुरूप बच्चों और किशोरों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न गैर-शैक्षणिक पुस्तकों तक पहुँचने के लिए अपनी तरह की पहली डिजिटल लाइब्रेरी है।”
राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय छात्रों के बीच जीवन भर पढ़ने की आदत के प्रति लगाव को बढ़ावा और प्रोत्साहन देगा तथा विभिन्न शैलियों जैसे कथा, गैर-काल्पनिक, कविता और जीवनी आदि समेत विविध साहित्य विकल्प प्रदान करेगा, जिससे पढ़ने की विभिन्न प्राथमिकताएँ पूरी होंगी और छात्रों को उनकी पसंद की भाषा में विभिन्न प्रकार के साहित्य से परिचित होने में मदद मिलेगी। यह आलोचनात्मक सोच और कल्पना को भी प्रोत्साहित करेगा, जो छात्रों को उनकी रचनात्मकता और विश्लेषणात्मक कौशल विकसित करने और बढ़ाने में मदद कर सकता है।
बच्चों और किशोरों के लिए राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय 4 अलग-अलग आयु समूहों – 3-8 वर्ष, 8-11 वर्ष, 11-14 वर्ष और 14-18 वर्ष के लिए आयु के अनुरूप पठन सामग्री तक एक उपकरण के माध्यम से पहुंच प्रदान करेगा। राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय में किताबें युवा भारतीयों में गर्व की भावना विकसित करने के लिए भारत के इतिहास, संस्कृति, वैज्ञानिक और अन्य उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करेंगी और इसमें अंग्रेजी के अलावा, संविधान की आठवीं अनुसूची के तहत सभी 23 (तेईस) भाषाओं की किताबें शामिल होंगी। अब तक, 30 से अधिक प्रतिष्ठित प्रकाशकों को शामिल किया जा चुका है और 1000 से अधिक किताबें प्लेटफार्म पर अपलोड की जा चुकी हैं।
प्रधान ( Union Minister of Education and Skill Development & Entrepreneurship, Shri Dharmendra Pradhan) ने ‘ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म’, ‘ई-जादुई पिटारा’ का भी अनावरण किया, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप है और इसमें पहेलियां और कहानियां शामिल हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करके 22 भाषाओं में अनुवादित समावेशी और सूचनात्मक पठन-सामग्री का उद्देश्य प्रारंभिक बचपन की शिक्षा में बदलाव लाना है।
मंत्री ( Union Minister of Education and Skill Development & Entrepreneurship, Shri Dharmendra Pradhan) ने एनईपी 2020 से जुड़े विशेष मॉड्यूल, शिक्षण-ज्ञान प्राप्ति संसाधन और विषय-विशिष्ट मॉड्यूल भी जारी किए। मंत्री द्वारा जी20 पहल, विकसित भारत और नारी शक्ति वंदन को बढ़ावा देने वाले संसाधन भी जारी किए गए, जो सामाजिक विकास और सशक्तिकरण के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हैं।
प्रधान ( Union Minister of Education and Skill Development & Entrepreneurship, Shri Dharmendra Pradhan) ने “इग्नाइटिंग कलेक्टिव गुडनेस मन की बात @100” संकलन भी जारी किया, जिसमें रेडियो शो के 100 एपिसोड शामिल हैं और जिसे एनबीटी-इंडिया द्वारा 12 भाषाओं में प्रकाशित किया गया है। उन्होंने “क्रिएटिंग इंटेलेक्चुअल हेरिटेज” परियोजना के तहत चार नए शीर्षक भी जारी किए, जिन्हें एनबीटी-इंडिया द्वारा प्रकाशित किया गया है।
प्रधान ( Union Minister of Education and Skill Development & Entrepreneurship, Shri Dharmendra Pradhan) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिखित पुस्तक ‘एग्जाम वॉरियर्स’ के हिंदी और अंग्रेजी ब्रेल संस्करण भी जारी किए, जिन्हें एनबीटी-इंडिया द्वारा प्रकाशित किया गया है। उद्घाटन सत्र के बाद पुस्तक मेले का अवलोकन किया गया, जिसमें थीम मंडप, जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के इतिहास की यात्रा पर एक फोटो प्रदर्शनी और सऊदी अरब साम्राज्य के अतिथि देश मंडप का उद्घाटन कार्यक्रम भी शामिल थे।
:#National Digital Libraries for All :’बहुभाषी भारत: एक जीवंत परंपरा की थीम पर आधारित, नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2024 राष्ट्र के सांस्कृतिक कैनवस में भाषाओं की पच्चीकारी का उत्सव मनाता है। परंपरा के अनुसार, एनडीडब्ल्यूबीएफ में सम्मानित अतिथि के रूप में एक देश के साथ – इस वर्ष सऊदी अरब सम्मानित अतिथि देश है – सांस्कृतिक आदान-प्रदान, साहित्यिक कार्यक्रम और संवाद को बढ़ावा दिया जाता है। एनडीडब्ल्यूबीएफ 2024 10-18 फरवरी 2024 तक हॉल 1 से 5, प्रगति मैदान में सुबह 11.00 बजे से शाम 8.00 बजे तक खुला रहेगा। स्कूल यूनिफॉर्म में बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। टिकट आईटीपीओ की वेबसाइट पर ऑनलाइन और चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध हैं।