- विद्यालय की प्राचार्य द्वारा मुख्य अतिथि सुनील कुमार पाण्डेय को विद्यालय परिसर की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। दृष्टि बाधित छात्राओं को अभिव्यक्ति व गुणवत्तापूर्ण विकास को देखकर मुख्य अतिथि बहुत ही प्रभावित एवं प्रसन्न हुए।
बिलासपुर , 27 जनवरी । campussamachar.com, एनएफ बी ज्ञानदीप स्पर्श कन्या विद्यालय अभिलाषा परिसर तिफरा बिलासपुर (छ.ग.) में 75वीं 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) बहुत ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा विभाग के शौक्षिक समन्वय तिफरा सुनील कुमार पाण्डेय जी बिलासपुर , विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती ज्योति तिवारी , आरती निर्मलकर शिक्षिका, सुश्री अश्वनी यादव श्रीमती सरिता करांगले सुश्री वैशाली तिवारी एवं सुश्री नीलम बेहरा कर्मचारी पुष्प लता मानिकपुरी दीपक टांडिया पुर्णचंद पटेल, बैसाखूराम भगत, प्रियंका शर्मा, तुलसी सूर्यवंशी ,तथा कक्षा पहली से महाविद्यालय की दृष्टि बाधित छात्राएं आदि शामिल थे।
Bilaspur News : इस कार्यक्रम में दृष्टि बाधित छात्राओं द्वारा एकल एवं समूह गीत कविता, भाषण ,चुटकुले ,लघु नाटक ,तथा एकल नृत्य, प्रस्तुत दी गई 26 जनवरी के पूर्व विद्यालय द्वारा कंप्यूटर टाइपिंग हिंदी व अंग्रेजी सुगम संगीत ,ब्रेल, लेखन पाटन की प्रतियोगिताएं कराई गई थी।
Bilaspur News today : इस कार्यक्रम के दौरान जीते हुए प्रतिभागी को जैसे कंप्यूटर टाइपिंग अंग्रेजी में कु.नंदनी भारद्वाज ,एवं हिंदी में कु. श्रुति जयसवाल सुगम संगीत में मानमती सिंह बेल लेखन में श्वेता सूर्यवंशी कविता पाठ में कुमारी अन्नपूर्णा डोंगरे लघु नाटक पानी बचाओ में कु.ललिता ,सुशीला, बिंदु, आरती मरावी ,भोजेश्वरी ,पूजा रतिया, एकल नृत्य में क.काव्य जैशवानी माहेश्वरी पैकरा अहिल्या यादव ,सुनीता तथा हायर क्लास के बेस्ट सहायक छात्र में कुंवारी रिया ठाकुर मिडिल क्लास के बेस्ट सहायक छात्रा कुमारी ललिता यादव कक्षा आठवीं में प्रथम स्थान लाने वाली कुंवारी शांति बिजवाड़ को मुख्य अतिथि प्राचार्य द्वारा पुरस्कृत पुरस्कार वितरण किया गया। सभी कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया गया ।
Latest Bilaspur News : विद्यालय की प्राचार्य द्वारा मुख्य अतिथि सुनील कुमार पाण्डेय को विद्यालय परिसर की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। दृष्टि बाधित छात्राओं को अभिव्यक्ति व गुणवत्तापूर्ण विकास को देखकर मुख्य अतिथि बहुत ही प्रभावित एवं प्रसन्न हुए और उन्होंने शाला प्रशासन तथा शिक्षिकाओं को सराहना की और अपने उद्बोधन में शौक्षिक समन्वयक के नाते विद्यालय को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।