- राम का चरित्र एव राष्ट्रीय एकात्मकता’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय साहित्यिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का दूसरा दिन
लखनऊ , 20 जनवरी । campussamachar.com, बी.एस.एन.वी इंस्टीट्यूट, लखनऊ द्वारा ‘ राम का चरित्र एव राष्ट्रीय एकात्मकता’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय साहित्यिक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दूसरे दिन 20 जनवरी 24 को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में बी.एस.एन.वी. इन्स्टीट्यूट की कला समिति के अध्यक्ष कृष्ण मोहन मिश्र ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो राम कण-कण में व्याप्त हैं हम सभी के अस्तित्व में समाहित हैं, आदि-अनादि काल से उनके चरित्र का वर्णन होता आया है। उनका चरित्र मानस की ग्रंथियों को खोलते हुए हमारे चरित्र का विकास करता है । यदि थोड़ा बहुत भी उनके चरित्र को हम समझ पाते हैं तो हमारा जीवन सार्थक हो जाता है।
इसी क्रम में डॉक्टर अंजलि अस्थाना ने राम के अस्तित्व पर बोलते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि कबीर जैसे कहते हैं कि ‘एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट-घट में लेटा, एक राम का शकल पसारा, एक राम है सबसे न्यारा।’ तो यह जो पूरी सृष्टि राम मय है, ‘राम – राम’ से लेकर ‘राम नाम सत्य’ तक हमारे साथ चलता है। अतः प्रभु श्री राम के चरित्र का संबंध हमारे सभी जन मानस से है। इसीलिए रामचरितमानस में कहा गया है कि इस अद्भुत चरित्र को समझकर और आत्मसात कर ही जीवन का सच्चा अर्थ समझ में आता है।
latest News lucknow : इसके साथ ही कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर ज्योति काला ने कहा कि कितने लोग आज दूर दूर से यात्रा करके अयोध्या पहुंच रहे हैं, एक दिन सब कुछ छोड़ कर हम राम के अस्तित्व में समाहित हो जाते हैं। इसके पश्चात विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया गया। जिसमें साक्षी, याशिका शर्मा, रूपांशी शर्मा ने राम के भजन पर अपना नृत्य प्रस्तुत किया। इसके साथ ही विभिन्न विद्यार्थियों मनी, अभिनव, अभिषेक ,और अन्य छात्र- छात्राओ ने बढ.-चढ. कर भाग लिया।
kkv college news : इस दो दिवसीय कार्यक्रम में अनेक गणमान्य शिक्षक डा. बैरिस्टर कुमार गुप्ता, डॉ. के.सी. चौरसिया, प्रोफेसर संजीव शुक्ल, प्रोफेसर डी. के. गुप्ता, प्रो. वीना पी स्वामी , डॉ. अमृता सिह, डॉ. अशोक कुमार, डा. प्रणव कुमार मिश्र, डा. अमृत गौड़, डा. ललित गुप्ता आदि उपस्थित रहे।