आज तिथि ५१२५/ ०९-०२-३०/ ०५ युगाब्द ५१२५/ मार्गशीर्ष (पूर्णिमांत पौष) कृष्ण पक्ष, अमावस्या, गुरुवार शुभ व मंगलमय हो..
युगाब्द (कलियुग) – ५१२५
मार्गशीर्ष – नववां महीना
कृष्ण – दूसरा पक्ष
तिथि – अमावस्या ( ३० वीं)
वार/दिन- गुरुवार ( ०५ वां वार/दिन )
- नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः ।
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुतः ।।
✍ हम जानते हैं कि आत्मा अजर अमर है ।
✍ हम जानते हैं कि आत्माको शस्त्र काट नहीं सकते, आग जला नहीं सकती, जल गला नहीं सकता और वायु सूखा नहीं सकती ।
✍ हम जानते हैं कि आत्मा तो शरीर मे निवास करने आती है और एक दिन निकल जाती है ।
✍ हम यह भी जानते हैं कि आत्मा के निकलते ही उसको धारण करने वाले शरीर को उसी समय मृत घोषित कर दिया जाता है
✍ फिर भी हम आत्मा को खुश करने वाले कार्यों को छोड़कर, शरीर को खुश करने वाले कार्यों को प्राथमिकता देते हैं ।
आज तिथि ५१२५/ ०९-०२-३०/ ०५ युगाब्द ५१२५/ मार्गशीर्ष (पूर्णिमांत पौष) कृष्ण पक्ष, अमावस्या, गुरुवार की पावन मंगल बेला में, आत्मा को प्राथमिकता के संकल्प के साथ, नित्य की भांति आपको मेरा “राम-राम” । campussamachar.com,
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