- छात्रो के जारी भूख हड़ताल आंदोलन में हस्तक्षेप करने के सम्बंध में लिखा राज्यपाल को पत्र
लखनऊ , 15 दिसंबर । campussamachar.com, लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा ) के अध्यक्ष डाक्टर मनोज पांडेय और महामंत्री प्रोफेसर अंशु केडिया ने एक बार फिर लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव (LUSU ) की मांग कर रहे छत्रों के आंदोलन का समर्थन करते हुए प्रदेश की राज्यपाल और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति को पत्र लिख कर कुलपति (Prof. Alok Kumar Rai Vice-Chancellor University of Lucknow ) को घेरा है। #Latest lucknow university
लुआक्टा नेताओं ने प्रदेश की राज्यपाल और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदी बेन को भेजे पत्र में कहा है कि लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ (LUSU ) के लोकतन्त्र की बहाली एवम छात्र संघ के चुनाव कराये जाने की मांग को लेकर छात्रों द्वारा आंदोलन किया गया था, जिसे आपके निर्देश पर कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय (lucknow university) द्वारा लिखित आश्वासन देकर भूख हड़ताल समाप्त कराया गया था। आप इस बात से सहमत होंगी कि देश के लोकतन्त्र मे कई बड़ी विभूतियाँ जिनमे भारत के राष्टृपति शंकर दयाल शर्मा जी, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, अरुण जेटली, प्रमोद महाजन, सुषमा स्वराज सहित अनेको छात्र संघ पदाधिकारियो ने राष्टृ का नेतृत्व किया एवं राष्टृ के उत्थान मे अपना बहुमुल्य योगदान दिया तथा वर्तमान में लखनऊ विश्वविद्यालय ( lucknow university ) के छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रहे बृजेश पाठक जी उत्तर प्रदेश सरकार मे उप मुख्यमंत्री के पद को सुशोभित कर रहे हैं। छात्र संघ छात्रों का लोकतांत्रिक मंच है। दुर्भाग्य यह है कि अपने हक की आवाज उठाने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ( University of Lucknow ) को 3 लाख छात्रों मे केवल 11 छात्र ही कम उपास्थिति के कारण परीक्षा से वंचित किये गए हैं। #lucknow university
लुआक्टा के अध्यक्ष डाक्टर मनोज पांडेय और महामंत्री प्रोफेसर अंशु केडिया ने राज्यपाल को भेजे पत्र में यह भी लिखा है कि उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय (lucknow university) मे शिक्षको की बायोमेट्रिक उपस्थिति है, लेकिन छात्रों की नही। प्रदेश के कई विश्वविद्यालयो मे छात्र संघ का चुनाव भी हो रहे हैं। वर्तमान में छात्र परीक्षा से वंचित किये जाने के कारण वर्तमान में विगत कई दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे है, एवं उन्होंने जल भी त्याग दिया है। विश्व के सबसे बड़े लोकतन्त्र मे छात्र हित में आवाज उठाना क्या इतना बड़ा अपराध है कि उन्हे शिक्षा के अधिकार से ही वंचित कर दिया जाय। कुलपति (Prof. Alok Kumar Rai Vice-Chancellor University of Lucknow ) द्वारा उनसे वार्ता भी नही की जा रही है। छात्रों का जीवन संकट में है, तथा किसी अनहोनी घटना के घटित होने पर सभ्य समाज कभी भी अपने को माफ नही कर पायेगा । आपके हस्तक्षेप से ही वर्तमान समस्या का समाधान संभव है। #lucknow university
शिक्षक नेताओं ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि छात्रों के संकटमय जीवन को देखते हुए कुलाधिपति की शक्तियों का प्रयोग करते हुए हस्तक्षेप करने का कष्ट करें।