- देश में पर्यटन स्थलों का विकास
नई दिल्ली , 14 दिसंबर । (PIB ) पर्यटन मंत्रालय ने ‘स्वदेश दर्शन’, ‘तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, विरासत संवर्धन अभियान पर राष्ट्रीय मिशन’ (प्रसाद)’ और ‘पर्यटन अवसंरचना विकास के लिए केंद्रीय एजेंसियों को सहायता’ योजनाओं के अंतर्गत देश में पर्यटन अवसंरचना के विकास के लिए राज्य सरकारों/केंद्र-शासित प्रदेशों/केंद्रीय एजेंसियों को वित्तीय सहायता प्रदान की है।
स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत कुल 5294.11 करोड़ रुपये की 76 परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की गई है। प्रसाद योजना के अंतर्गत 1629.17 करोड़ रुपये की कुल 46 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। केंद्रीय एजेंसियों को सहायता योजना के अंतर्गत 2014-15 से 2023-24 (अब तक) की अवधि के दौरान 780.92 करोड़ रुपये की कुल 54 परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की गई है।
पर्यटन मंत्रालय ने पर्यटक और गंतव्य-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाते हुए सतत और जिम्मेदारीपूर्ण गंतव्य-स्थलों को विकसित करने के उद्देश्य से अपनी स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 (एसडी 2.0) के रूप में नया रूप प्रदान किया है। राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेश प्रशासनों के परामर्श से स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत विकास के लिए अब तक 32 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 55 गंतव्य-स्थलों की पहचान की गई है। #Travel & Tourism In India
पर्यटन मंत्रालय ने पर्यटन मौसम संबंधी बाधाओं को दूर करने और देश को 365 दिनों के पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए निम्नलिखित विशिष्ट पर्यटन उत्पादों की पहचान की है:
• क्रूज
• एडवेंचर
• चिकित्सा और कल्याण
• गोल्फ़
• पोलो
• बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां (एमआईसीई)
• इको-टूरिज्म
• फिल्म पर्यटन
• चिरस्थायी पर्यटन
• ग्रामीण पर्यटन
विशिष्ट पर्यटन उत्पादों की पहचान एवं संवर्धन के माध्यम से विशेष रुचि रखने वाले पर्यटकों को आकर्षित करने और उन अद्वितीय उत्पादों के लिए बार-बार यात्रा सुनिश्चित करने में सहायता मिलती है, जिनमें भारत को अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में ज्यादा लाभ प्राप्त होता है।
पर्यटन मंत्रालय ने सतत पर्यटन के लिए एक राष्ट्रीय कार्यनीति तैयार की है, जिससे भारत को सतत एवं जिम्मेदार पर्यटन के लिए एक पसंदीदा वैश्विक गंतव्य-स्थल के रूप में स्थापित किया जा सके। इसके अलावा, पर्यटन मंत्रालय ने ट्रैवल फॉर लाइफ अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य पर्यटन संसाधनों की खपत में पर्यटकों और पर्यटन व्यवसायों के प्रति सावधानीपूर्वक व सुविचारित कार्रवाई के माध्यम से सतत पर्यटन के लिए राष्ट्रीय रणनीति के समन्वय में देश में सतत पर्यटन को बढ़ावा देना है। #rammandir
पर्यटन मंत्रालय वैश्विक पर्यटन बाजार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए देश के विभिन्न भारतीय उत्पादों और पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन सृजन बाजारों में भारत को एक समग्र गंतव्य-स्थल के रूप में बढ़ावा देता है। #ayodhyadham
उपर्युक्त उद्देश्यों को एक एकीकृत विपणन और संवर्धनात्मक कार्यनीति एवं यात्रा व्यापार, राज्य सरकारों और भारतीय मिशनों के सहयोग से एक समन्वित अभियान द्वारा पूरा किया जाता है। सरकार देश के विभिन्न पर्यटन उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए उद्योग विशेषज्ञों और अन्य संबंधित हितधारकों के साथ उनके सुझाव और प्रतिक्रिया लेने के लिए लगातार बातचीत कर रही है। पर्यटकों के आगमन को बढ़ावा देने के लिए, पर्यटन मंत्रालय ने “अतुल्य भारत! विजिट इंडिया ईयर 2023” घोषित किया है। #श्रीरामजन्मभूमि
पर्यटन मंत्रालय के अनुरोध पर विदेश मंत्रालय ने इन महत्वपूर्ण बाजारों में भारत को पर्यटन गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए विदेशों में स्थित 20 भारतीय मिशनों में पर्यटन अधिकारियों को मनोनीत किया है। यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी किशन रेड्डी ने आज लोकसभा में दी। #campussamachar.com,