लखनऊ 12 दिसंबर । campussamachar.com, उत्तर प्रदेश भारत स्काउट और गाइड के प्रादेशिक मुख्य आयुक्त चुनाव (Bharat Scout Guide election) में धांधली और अनियमित ढंग से निर्वाचित घोषित करने की प्रक्रिया को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। माध्यमिक शिक्षक संघ के बाद अब गोरखपुर – फैजाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने इस बाबत राज्यपाल उत्तर प्रदेश को पत्र लिखा है। इस पत्र के साथ डॉक्टर तेज प्रताप सिंह के प्रार्थना पत्र को प्रेषित करते हुए अवलोकन करने का आग्रह किया है। ज्ञातव्य है कि राज्यपाल उत्तर प्रदेश भारत स्काउट और गाइड की मुख्य संरक्षक भी हैं।
विधान परिषद सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह ने पत्र में आगे लिखा है कि पूर्व मुख्य आयुक्त डॉ प्रभात कुमार सेवानिवृत आईएएस ने अनावश्यक रूप से बच्चों का शुल्क बढ़कर कार्यक्रमों को काटकर प्रदेश स्तर पर सभी शुल्कों को मंगाकर मनमाने पूर्ण ढंग से दुरुपयोग किया है, इसकी गहराई से जांच करना न्यायहित में आवश्यक है । ।
पत्र में यह भी कहा गया है कि मुख्य आयुक्त के रूप में डॉ प्रभात कुमार ने अपने प्रभाव द्वारा निर्वाचन अधिकारी /सचिव उत्तर प्रदेश भारत स्काउट गाइड को धमकाकर डॉ महेंद्र देव शिक्षा निदेशक का वैध नामांक्न पत्र को अवैध घोषित करा कर अपने को निर्वाचित घोषित कर लिया है, जबकि चुनाव की तिथि 8अभी शेष है । उनके पूरे कार्यकाल की जांच करने के साथ-साथ अवैध चुनाव प्रक्रिया को रोकते हुए इस पकरण की जांच निष्पक्ष निर्वाचन करने का आग्रह किया है।
#Latest Uttar Pradesh Bharat Scout and Guide : गौरतलब है कि इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डॉ आर पी मिश्रा ने पूरे प्रदेश भर में उत्तर प्रदेश भारत स्काउट गाइड बचाओ अभियान शुरू कर दिया है। उनका आरोप है कि उत्तर प्रदेश भारत स्काउट गाइड केप्रादेशिक निर्वाचन में व्यापक स्तर पर न केवल धांधली की गई है बल्कि संस्था के संविधान की नियमावली में गुपचुप तरीके से फेरबदल करने से लेकर मतदाताओं को प्रभावित करने , प्रस्तावको के नाम स्वीकार करने /स्वीकार न करने की प्रक्रिया को मनमानी से किया गया है। माध्यमिक शिक्षक संघ की इस लड़ाई में उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में शिक्षा विभाग के अधिकारी व प्रधानाचार्य भी शामिल है।