- शीघ्र ही बौण्डी में विशाल पर्यवारण चौपाल का आयोजन कर पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का वितरण व रोपण कार्यक्रम तय किया जाएगा।
बहराइच , 24 जून। campussamachar.com, महामना मालवीय मिशन के तत्वावधान में आज 24 जून 2023 को स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी रहा ऐतिहासिक बौण्डी किला से निकट सरयू तट के किनारे (पाण्डेय पुरवा) में पर्यावरण व जल संरक्षण चौपाल का आयोजन कर बाढ़ प्रभावित इलाकों में पंचवटी प्रजाति के अधिकाधिक संख्या में वृक्षों का रोपण व उनके संरक्षण का सामूहिक संकल्प लिया गया।चौपाल में शिक्षक संगठन , गायत्री परिवार , जय गुरुदेव परिवार , पत्रकार संगठन व अन्य सामाजिक संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों के अलावा सैंकड़ो ग्रामीणजनों ने भी सहभागिता कर पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण भी किया।
up News In Hindi, समाजिक व धार्मिक संगठनों की ओर से आयोजित चौपाल को संबोधित करते हुए मालवीय मिशन अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि , बौण्डी परिक्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पेड़ों का अभाव साफ दिख रहा है जिसके चलते बाढ़ कटान की जद में कृषि क्षेत्र का दायरा बढ़ता जा रहा है सैंकड़ों एकड़ जमीन अबतक सरयू (घाघरा) की विनाशलीला के भेंट चढ़ चुकी है , हजारों लोग बेघर होकर गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने के लिए विवश है। कटान की जद को रोकने के लिए प्रभावित इलाकों में योजनाबद्ध तरीक़ों से पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का अधिकाधिक संख्या में रोपण जनहित में आवश्यक है इसके लिए वृह्द स्तर पर जन जागरण अभियान चलाना होगा।
कार्यक्रम आयोजक समाजसेवी शिक्षक नेता पुण्डरीक पाण्डेय ने कहा कि , समूचे महसी तहसील के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पंचवटी प्रजाति के वृक्षों के रोपण व उनके संरक्षण हेतु विस्तृत कार्ययोजना जन सहयोग से बनाई जा रही है। शीघ्र ही बौण्डी में विशाल पर्यवारण चौपाल का आयोजन कर पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का वितरण व रोपण कार्यक्रम तय किया जाएगा।
यह रहे उपस्थित
Bahraich News In Hindi, आयोजित चौपाल को वरिष्ठ समाजसेवी पत्रकार रजनीश त्रिवेदी , अरविंद पाठक , राकेश मौर्य , सूरज त्रिवेदी , हर्ष मिश्रा , भोलू तिवारी , गिरजाशंकर मिश्र , आदर्श मिश्र , विवेकानन्द अवस्थी , प्रदीप मिश्र और सी पी पाण्डेय ने भी संबोधित कर अधिकाधिक संख्या में जन सहयोग से पंचवटी प्रजाति के वृक्षों के रोपण का आवाहन किया। समापन अवसर पर पर्यावरण विद पुण्डरीक पाण्डेय के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में पंचवटी प्रजाति के 21 पौध का रोपण कर उनके संरक्षण का सामूहिक संकल्प भी लिया गया।