- पत्र का विषय : केंद्रीकृत प्रवेश व्यवस्था के नाम पर छात्रों एवं अभिभावकों को अनभिज्ञ रखने और कालेजों से धनराशि वसूल करने के संबंध में
लखनऊ, 19 जून । campussamachar.com, लुआक्टा के अध्यक्ष डा मनोज पांडेय और महामंत्री प्रोफेसर डा अंशु केडिया ने आज लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ ( Lucknow University ) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय (Prof. Alok Kumar Rai Vice-Chancellor University of Lucknow ) से केंद्रीकृत प्रवेश व्यवस्था (LU- Admission 2023-2024 ) के नाम हो रही वसूली और अव्यवस्था को दूर करने की मांग की है । लुआक्टा नेताओं ने कुलपति प्रोफेसर राय को एक पत्र लिख कर पूरी व्यवस्था पर तीखे सवाल खड़े किए हैं और आंदोलन की धमकी भी दी है ।
Lucknow news : लुआक्टा की ओर से कुलपति प्रोफेसर राय (Prof. Alok Kumar Rai Vice-Chancellor University of Lucknow ) को प्रेषित पत्र में कहा गया है कि आप अवगत है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए केंद्रीकृत व्यवस्था लागू की गयी, यह व्यवस्था अत्यंत पारदर्शी है । दूसरी तरफ लखनऊ विश्वविद्यालय ( Lucknow University ) द्वारा भी केंद्रीयकृत् प्रवेश परीक्षा संचालित हो रही है जिसमें शामिल कतिपय महाविद्यालयो मे प्रवेश की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय द्वारा लिए जाने की घोषणा की गई है, प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रक्रिया (LU- Admission 2023-2024 ) में शामिल होने वाले महाविद्यालय से ₹ 50000/ की धनराशि भी ली जा रही है, एवं पहले से ही आर्थिक रूप से कमजोर महाविद्यालयो को और कमजोर बनाया जा रहा है । लुआक्टा द्वारा इसे समाप्त करने एवं लखनऊ विश्वविद्यालय से सह्युक्त सभी महाविद्यालयो के केंद्रीकृत प्रवेश प्रक्रिया शुरू किये जाने का पत्र आपको प्रेषित किया गया था, किन्तु अभी तक इस प्रक्रिया को केवल धन उगाही एक साधन के रूप मे ही प्रयोग किया जा रहा है ।
#लुआक्टा नेताओं ने पत्र में आगे कहा है कि कतिपय समाचार पत्रों के माध्यम से यह संज्ञान में आया है कि केंद्रीयकृत परीक्षा
(LU- Admission 2023-2024 ) , जिसमें विश्वविद्यालय और कतिपय महाविद्यालय को सम्मलित किया जाना है, उन महाविद्यालयों के नाम का उल्लेख नहीं है । वर्तमान में लखनऊ विश्वविद्यालय ( Lucknow University ) का क्षेत्राधिकार लखनऊ जिले के अतिरिक्त चार जिलों में सुदूर तक फैला हुआ है,तथा केंद्रीकृत व्यवस्था(LU- Admission 2023-2024 ) से प्रवेश हेतु धन की मांग सभी जिलों से की गई है । विश्वविद्यालय की उक्त व्यवस्था महाविद्यालयो के मध्य विभेद भी उत्पन्न कर रही है एवं साथ ही साथ लखनऊ विश्वविद्यालय ( Lucknow University ) के नाम पर आवेदन करने वाले छात्रों को धोखा भी दे रही है, साथ ही साथ कम शुल्क पर अनुदानित महाविद्यालयो में प्रवेश (LU- Admission 2023-2024 ) के अवसर को प्रभावित कर छात्रो को अधिक शुल्क देकर अध्ययन के लिए बाध्य कर रही है, तथा अभिभावकों के जेब पर भी डाका डाल रही है ।
Lucknow University news : केंद्रीकृत व्यवस्था मे स्ववित्तपोषित महाविद्यालय ही शामिल हैं । यह स्थिति अत्यंत खेदजनक है,तथा लखनऊ विश्वविद्यालय ( Lucknow University ) की गरिमा के विपरीत है । साथ ही साथ LURN के नाम पर 100 ₹ प्रति अभ्यर्थी भी वसूली की जा रही है, जिसका एकाधिकार भी विश्वविद्यालय के पास है । संगठन का पुनः आपसे आग्रह है कि पारदर्शी केंद्रीकृत प्रवेश प्रक्रिया द्वारा प्रवेश सुनिश्चित कराये एवं LURN के नाम पर ₹100 की वसूली बन्द की जाय ,जिससे लखनऊ विश्वविद्यालय की साख को अक्षुण्ण रखा जा सके । अन्यथा की स्थिति में लुआक्टा छात्रों, अभिभावकों एवं शैक्षणिक संस्थानों के हित तथा लखनऊ विश्वविद्यालय ( Lucknow University ) की साख बचाने के लिए आंदोलन को बाध्य होगा, जिसका समस्त उत्तरदायित्व विश्वविद्यालय ( Lucknow University ) प्रशासन का होगा।