- इन सभी का भुगतान 1 वर्ष अर्थात पिछले वर्ष के भुगतान के लिए अगले वर्ष की परीक्षा तक इंतजार करना पड़ता है । त्रिपाठी ने इस प्रकार के सभी भुगतान बोर्ड परीक्षा समाप्त के 1 माह के भीतर सुनिश्चित कराए जाने की मांग की है
लखनऊ, 9 मार्च। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडेय गुट ) ने शासन एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कर यूपी बोर्ड परीक्षा ( Madhyamik Shiksha Parishad prayagraj ) के सभी प्रकार की पारिश्रमिक दरों को CBSE के पारिश्रमिक दरों के सापेक्ष वृद्धि किए जाने की मांग की है ।
Uttar PradeshTeachers news : संघ के प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता ओम प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि यूपी बोर्ड ( Madhyamik Shiksha Parishad (UPMSP) prayagraj ) के सभी स्तरों में सुधार कर CBSE के पैटर्न पर परिमार्जित कर दिया गया है । पाठ्यक्रम से लेकर परीक्षा प्रणाली सभी कुछ अब बिल्कुल समान कर दिया गया है। संगठन प्रवक्ता त्रिपाठी ने बताया कि बोर्ड परीक्षा शुल्क में विगत 5 वर्षों के दौरान 3 से 4 गुना बढ़ा दिया गया है और यह शुल्क बोर्ड का आवेदन फार्म भरते समय ही परीक्षार्थियों से प्राप्त कर राज कोषागार में जमा हो जाता है। इसी धनराशि से परीक्षा एवं पारिश्रमिक दरों का भुगतान होता है धन रहते समय से भुगतान हो जाना चाहिए।
campus news : संगठन प्रवक्ता त्रिपाठी ने बताया कि बोर्ड परीक्षा ( Madhyamik Shiksha Parishad (UPMSP) prayagraj ) में पहले कई प्रश्न पत्र होते थे, बाद में इसमें कमी करके दो और अब तो एक विषय का एक प्रश्न पत्र कर दिया गया है। अर्थात cbse पैटर्न पर एक और जहां तीन से चार सप्ताह में आयोजित होने वाली परीक्षाएं अब 10 से 14 दिन के भीतर संपन्न हो जाती हैं , मूल्यांकन कार्य में भी 10 दिन लगते हैं । इसके लिए बोर्ड पारिश्रमिक भुगतान हेतु शिक्षकों को चाहे वह कक्ष निरीक्षण ड्यूटी कार्य हो, चाहे केंद्र व्यवस्थापक या उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य का हो । इन सभी का भुगतान 1 वर्ष अर्थात पिछले वर्ष के भुगतान के लिए अगले वर्ष की परीक्षा तक इंतजार करना पड़ता है । त्रिपाठी ने इस प्रकार के सभी भुगतान बोर्ड परीक्षा समाप्त के 1 माह के भीतर सुनिश्चित कराए जाने की मांग की है