- प्रोफेसर विजय कर्ण ने हाल ही में आदिवासी समाज पर लिखी पुस्तक महामहिम राष्ट्रपति महोदया को मिल कर भेंट की थी। महामहिम ने पुस्तक के विषय को महत्वपूर्ण बताते हुए प्रोफेसर विजय कर्ण की सराहना की थी।
दिल्ली। 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन (12th World Hindi Conference ) को फिजी में आयोजित करने का निर्णय मॉरीशस में आयोजित 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन (11th World Hindi Conference ) में लिया गया था। अब तक विश्व के अलग-अलग भागों में, ऐसे 11 सम्मेलनों का आयोजन किया जा चुका है। फिजी में विश्व हिंदी सम्मेलन (12th World Hindi Conference ) 15 से 17 फरवरी 2023 के मध्य नांदी (फ़िजी) में आयोजित किया जा रहा है. इस सम्मेलन का मुख्य विषय हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम मेधा तक रखा गया है । इसके उक्त विषयों पर 10 समानांतर सत्र भी निर्धारित किए गए हैं । इनमें से एक सत्र की अध्यक्षता प्रोफेसर विजय कर्ण (Professor Vijay Karn ) करेंगे।
विश्व हिंदी सम्मेलन (12th Wkratimorld Hindi Conference ) की परंपरा के अनुसार सम्मेलन में एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल भाग लेता है। इस बार 12वीं हिंदी सम्मेलन (12th World Hindi Conference ) में नव नालंदा महाविहार पटना बिहार के संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजय कर्ण (Professor Vijay Karn ) को सरकारी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। जानकारी के अनुसार सम्मेलन में जाने वाले प्रतिनिधिमंडल के लिए एक विशेष विमान 13 फरवरी से दिल्ली से उड़ान भरेगा और 14 फरवरी तक फ़िजी पहुंचेगा । इस दल में विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन भी शामिल हैं । वे भी हिस्सा लेने जाएँगे।
12th World Hindi Conference : गौरतलब है कि प्रोफेसर विजय कर्ण कि गिनती देश के उच्चकोटि के संस्कृत विद्वान के रूप में होती है। वे अब तक भारतीय भाषाओं और उससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर कई चर्चित पुस्तकें लिख चुके हैं। हाल ही में उन्होने आदिवासी समाज पर लिखी पुस्तक महामहिम राष्ट्रपति महोदया को मिल कर भेंट की थी। महामहिम ने पुस्तक के विषय को महत्वपूर्ण बताते हुए प्रोफेसर विजय कर्ण (Professor Vijay Karn )की सराहना की थी।