नवाजतन प्रशिक्षण संकुल केन्द्र सेमरताल,गोंदइया के सयुक्त तत्वाधान में आयोजित प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर सी के महिलांगे ने उपस्थित शिक्षक- शिक्षिकाओं को उत्साह वर्धन करते हुए नवाजतन प्रशिक्षण के मुख्य बिंदुओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किए। उम्मीद है कि शिक्षकों के इस प्रशिक्षण के बाद अब बच्चों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। महिलांगे ने अपने प्रशिक्षण संबोधन में इन बिंदुओं पर विशेष फोकस किया-
- बच्चो को स्वयं सीखने के लिए प्रेरित करना।
- -बच्चों को स्वयं से और अधिक सीखने के लिए चुनौती दें ।
- -बच्चों को जिज्ञासु रवैये का सम्मान करें।
- विषय मित्र बनाये (पियर लर्निंग ग्रुप गली मित्र बनाएं)
- सीखने में प्रौद्योगिकी का उपयोग करें।
- सेल्फी विद सक्सेस का सार्थक उपयोग कर सीखने की गति को लगातार बढ़ाते रहें।
शैक्षिक समन्वयक मधुसुदन दुबे जी ने नवाजतन के तहत शिक्षकों से चर्चा करते हुए बहुस्तरीय शिक्षण को सीखने सिखाने की प्रक्रिया कासशक्त उपकरण बताया ,”नवा जतन” को सीखने सिखाने में सार्थक और शत प्रतिशत दक्षता को सिखा देने का सही उपकरण बताया। सीखने की अंत:प्रेरणा जगाने का बहुत बढिय़ा साधन है। बच्चो के साथ सेल्फी का सार्थक उपयोग पर विस्तार से बताने का प्रयास किया।
नई शिक्षा नीति के लिए हों अपडेट
शैक्षिक समन्वयक ओमप्रकाश वर्मा के द्वारा आभार करते हुए उपस्थित शिक्षकों को उत्साहित कर समय के अनुसार नयी शिक्षा नीति के लिए हमे अपडेट होने की जरूरत पर विस्तार से चर्चा गई। उन्होंने बताया कि चुनौतियो को भावी परिस्थितियों के अनुरूप नई बातें सीख कर चुनौतियों का सामना के लिए तैयार करना होगा निर्धारित चरण के अनुसार कार्य करें तो असंभव लगने वाले भी संभव हो जाता है।
बच्चों को देना है नवाजतन प्रशिक्षण का लाभ
प्रशिक्षण को सफल बनाने में संकुल प्रभारी सुनीता शुक्ला प्राचार्या , सी के महिलांगे, मधुसुदन दुबे एवं सभी शिक्षक- शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा। इस अवसर पर प्रोजेक्टर के माध्यम से नवा जतन कार्यक्रम समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ राज्य परियोजना रायपुर के तहत उक्त प्रशिक्षण सी के महिलांगे प्रधान पाठक के द्वारा दो दिवसीय संकुल स्तरीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ