लखनऊ (उप्र). दो दिन पहले अखबार में छपी खबर को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया । उसमें इस तस्वीर को टैग वायरल करके मुझे टैग किया गया था। मदद के लिए गुहार मांगी गई थी। निगाह पड़ते ही दिए गए नंबर पर संस्था द्वारा कॉल करके पता लगाया गया। उनके गांव मोहनलालगंज के लगभग 6 किलोमीटर अंदर जाकर परिवार के बारे में जानकारी की गई। तो पता चला कि 4 बच्चों के पिता जो की मजदूरी करते थे और ऊंचाई से गिर जाने के कारण की कमर की हड्डी टूट गई थी कुछ दिन तो इलाज चला फिर पैसे की तंगी के कारण इलाज और पढ़े पढ़े बिस्तर पर उनको बड़े-बड़े बेड सोर्स हो गए स्थिति बड़ी ही बराबर हो गई जब हम लोग देखने पहुंचे तो चार चार बच्चे तीन बुजुर्ग महिलाएं एक उनकी बहन एक पत्नी और एक बुजुर्ग मामा जी। परिवार की स्थिति दयनीय थी उनको पास की दुकान से ही राशन का इंतजाम कराया गया उस राशन में खास ख्याल रखा गया कि जो मरीज है वह किस तरह का भोजन खा सकते हैं, उन चीजों को उस में सम्मिलित जरूर किया गया जिसमें पी ली मूंग की दाल अरहर की दाल दलिया साबूदाना दूध बिस्किट आटा दाल चावल तेल मसाला बच्चों के लिए पापड़ साबुन डिटर्जेंट आदि समान खरीद कर उनके घर पहुंचाया गया ।
यह तो रही तुरंत वाली मदद जाने पर पता चला कि प्रशासनिक अधिकारी की टीम ही कहां पहुंची थी जिन्होंने कुछ दवाइयां दिलवाई थीं और राशन कार्ड बनवाने का वायदा किया था सोमवार तक यदि अधिकारी की टीम ने इनको एडमिट नहीं कराया किसी अस्पताल में या बीड़ा संस्था उठाएगी हमारी ।
ऐसी हमारी कोशिश रहेगी बाकी प्रभु इच्छा।