बिलासपुर. सरकार के एक आदेश से राजीव गांधी शिक्षा मिशन व समग्र शिक्षा के शाला व संकुल स्तर के खाते में जमा राशि फिर समग्र शिक्षा के स्टेट एकाउंट में कराया जा रहा है। भविष्य में लेनदेन नए खाते से किया जाएगा। पहले इस एकाउंट में रायपुर से राशि आती थी और प्रधानपाठक व संकुल समन्वयक नियमानुसार खर्च करते थे।
अब नई व्यवस्था में खाते की राशि स्टेट एकाउंट में जमा करने के लिए प्रधानपाठक इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए बैंकों के चक्कर काट रहे हंै। स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है लेकिन बच्चों की पढ़ाई की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है और फिर सरकार पढ़ाई के लिए शिक्षकों को ही जिम्मेदार ठहराती है।
प्राथमिक, मिडिल स्कूल, हाई, हायर सेकेंडरी और छत्तीसगढ़ के सभी शासकीय स्कूलों में शाला प्रबंधन समिति के नाम से खाता खोला गया था अब खाता में शेष राशि मैनेजिंग डायरेक्टर समग्र शिक्षा बैंक ऑफ बड़ौदा विवेकानंद नगर रायपुर छत्तीसगढ़ के बैंक खाते के नंबर से नेफ्ट करके भेजा जा रहा है और सभी बैंकों में शाला के प्रधान पाठक पदेन सचिव और कोषाध्यक्ष बैंकों के चक्कर लगा रहे हैं।
सुबह क्लास लेने के बजाय प्रधानपाठक बैंकों में घंटों खड़े रहकर लाइन लगाने के लिए मजबूर किए जा रहे हैं। इनमें सबसे अधिक परेशान उम्रदराज प्रधानपाठकों को हो रही है जो स्वास्थ्यगत कारणों से अधिक देर तक खड़े नहीं रह सकते हैं। स्कूल में प्रधानपाठक के बैंक में घंटों उपस्थिति देने का बुरा परिणाम सामने आ रहा है। अब स्थिति यह हो गई है कि बच्चों की पढ़ाई लिखाई ठप हो रही है ।
शासन के तुगलकी फरमान के कारण प्रधान पाठकों ने जो पैसा अपने जेब से लगाया था, वह राशि भविष्य में प्रधान पाठकों को वापस की जाएगी या नहीं ? यह भगवान भरोसे है । इतना ही नहीं आने वाली राशि को खर्च करने की विधि बहुत ही कठिन और व्यापारियों को लाभ देने वाली व्यवस्था बनाई जा रही है। पहले किसी ठेकेदार से काम करना पड़ेगा या आर्डर देना पड़ेगा, कब उस फर्म के लिए प्रधान पाठक को चेक जारी करना पड़ेगा और पहले काम फिर पैसा मिलेगा। छोटे-मोटे काम के लिए नगद राशि खर्च करने में बहुत दिक्कतें पेश आने वाली हैं।
सरकार ध्यान दे
सरकार को ऐसे आदेश जारी करने से पहले सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श करना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब स्थिति यह है कि प्रधानपाठक बैंकों में घंटों खड़े होने के लिए मजबूर हैं। आश्चर्य की बात यह है कि अर्धवार्षिक परीक्षा जिसे नया नाम मिडलाइन दिया गया है, 29 दिसंबर से प्रारंभ होंगी, इस कारण बैंक के चक्कर काटने के लिए भी मजबूर होना पड़ रहा है।
सीके महिलांगे
प्रांताध्यक्ष प्रधानपाठक कल्याण संघ छत्तीसगढ़ बिलासपुरनए खाते में आएगी राशि
शासकीय शालाओं के वित्तीय लेनदेन के लिए नया बैंक खाता खोला गया है। भविष्य में इसी खाते में राशि आएगी। इसके पहले के खाते की समस्त राशि निकालकर स्टेट एकाउंट में जमा करनी होगी। इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
ओम पांडेय डीएमसी, बिलासपुर