- गुआक्टा अध्यक्ष डॉ. लोकेश त्रिपाठी एवं महामंत्री डॉ. निरंकार राम त्रिपाठी तथा वृहद कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने एक स्वर से कहा कि हम सभी विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा में पूर्ण असहयोग के निर्णय पर अडिग हैं।
- आर पार की लड़ाई के मूड में गुआक्टा, कुलपति के बर्खास्तगी की होगी मांग
गोरखपुर, 27 नवंबर, campussamachar.com, गोरखपुर विश्वविद्यालय संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ ( गुआक्टा ) ने कुलपति पर अलोकतांत्रिक, ग़ैर ज़िम्मेदार एवं प्रशासनिक रूप से अक्षम होने का आरोप लगाते हुए बर्खास्तगी की मांग को लेकर महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलकर पत्रक देगा।
संगठन ने सभी महाविद्यालयों के शिक्षकों के साथ जूम मीटिंग पर बैठक ऑनलाइन मोड में आयोजित की गई। गुआक्टा अध्यक्ष डॉ. लोकेश त्रिपाठी एवं महामंत्री डॉ. निरंकार राम त्रिपाठी तथा वृहद कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने एक स्वर से कहा कि हम सभी विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा में पूर्ण असहयोग के निर्णय पर अडिग हैं, क्योंकि कुलपति बार-बार वादाखिलाफ़ी कर रही हैं।उनका व्यवहार शिक्षक विरोधी है।
DDU gorakhpur university today : नेताओं के अनुसार शिक्षक हितों की ज़रूरी मांगों पर पिछले एक साल से केवल बरगलाया जा रहा है। एक महाविद्यालय के प्राचार्य से कुलपति का यह कहना मैं किसी शिक्षक संघ को नहीं मानती, गुआक्टा क्या होता है,अगर सहमति नहीं बनी तो हम केवल विश्वविद्यालय की परीक्षा करा लेंगे।
गुआक्टा के अध्यक्ष डॉ लोकेश त्रिपाठी व महामंत्री डॉ निरंकार राम त्रिपाठी के अनुसार कुलपति का ऐसा बयान बेहद ग़ैर जिम्मेदाराना, दंभी स्वभाव और अलोकतांत्रिक तथा महाविद्यालयों के प्रति नकारात्मक भाव प्रकट करता है, जो उनकी प्रशासनिक अक्षमता को भी व्यक्त करता है। आयोग से नियुक्त शिक्षकों को सुपरन्यूमेरिक आधार पर पीएचडी में प्रवेश, पूर्व में पार्टटाइम शोध अध्ययन में लगे हुए शिक्षकों को रेगुलर मोड में परिवर्तित करने एवं प्री-पीएच.डी. कोर्स के लिए अवकाश पर स्पष्टीकरण, यूजी शिक्षकों को शोध पर्यवेक्षक बनाए जाने ।एवं समस्त प्रकार के साढ़े तीन वर्षों के लम्बित देयकों के तत्काल भुगतान की मांग पर कोई आवश्यक पहल और कार्यवाही न किए जाने के कारण गुआक्टा परीक्षा में असहयोग पर अडिग है।
DDU gorakhpur university news : कुछ दिन पूर्व बड़ी संख्या में उपस्थित होकर शिक्षकों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से इस संबंध में बात करने का प्रयास किया था, किन्तु कुलपति ने वहां उपस्थित शिक्षकों की उपेक्षा की और मांग सम्बन्धी ज्ञापन लेने से मना किया। अब कुलपति हठधर्मी व्यवहार करते हुए शिक्षकों की वाजिब मांग को मानने से इनकार कर रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार प्रवेश, परीक्षा और परिणाम में असफल साबित हो रहा है।
DDU gorakhpur university: संगठन के अनुसार विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अभी भी परिणाम को लेकर भटक रहे हैं। परीक्षा फॉर्म को लेकर अराजकता बनी हुई है, जिससे छात्रों के साथ शिक्षक और महाविद्यालय भी त्रस्त हैं। कुलपति विश्वविद्यालय चलाने में पूरी तरह असफल साबित होती जा रही हैं। ऐसे में महाविद्यालय शिक्षक संघ उनके बर्ख़ास्तगी की भी माँग करेगा।