बिलासपुर , 13 अक्तूबर , campussamachar.com, महाष्टमी के पावन अवसर पर पंजाब नैशनल बैंक के सभी स्टॉफ पारंपरिक भारतीय परिवेश में कार्यालयों में अपनी सेवा देने के साथ भावनात्मक रूप से माँ दुर्गा की सेवा भी कर रहे हैं।
इस अवसर पर मंडल प्रमुख जगदीश राय, राजेश कुमार, कमल किशोर झा, विवेक शर्मा, दीपराज, अशोक मल्होत्रा, ललित अग्रवाल, पंकज पांडेय, अविनाश तिग्गा, अभय साहू, ज्योति प्रकाश, अशोक साहू, नीरज, अशरफ, धीरज, परिक्षत, जितेंद्र, पंकज, हरीश, अर्चना, रूपमाला, इंदिरा गोपिका, चित्रा, मितुश्री, अभिलाषा, साक्षि, स्मिता, शशांक सहित सभी स्टॉफ सदस्य उपस्थित रहे।
कन्या पूजन एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जो हिंदू धर्म में विशेष रूप से मनाया जाता है। यह अनुष्ठान नवरात्रि के दौरान किया जाता है, जिसमें माँ दुर्गा की आराधना की जाती है।
कन्या पूजन में माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, जिनमें से प्रत्येक रूप को एक कन्या के रूप में दर्शाया जाता है। इन कन्याओं को देवी दुर्गा के अवतार माना जाता है और उनकी पूजा की जाती है।
कन्या पूजन के दौरान, कन्याओं को भोजन, वस्त्र और उपहार दिए जाते हैं। यह अनुष्ठान कन्याओं के सम्मान और आदर के लिए किया जाता है, और यह भी माना जाता है कि इससे घर में सुख, समृद्धि और शांति आती है।
- कन्या पूजन के लिए निम्नलिखित तैयारी की जाती है:
1. कन्याओं का चयन: नवरात्रि के दौरान, माता दुर्गा के नौ रूपों के अनुसार, नौ कन्याओं का चयन किया जाता है।
2. पूजा की तैयारी: पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कि फूल, फल, वस्त्र और भोजन तैयार किया जाता है।
3. पूजा का आयोजन: कन्याओं को पूजा स्थल पर बुलाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है।
4. भोजन और उपहार: कन्याओं को भोजन और उपहार दिए जाते हैं।
- कन्या पूजन का महत्व:
1. कन्याओं का सम्मान: कन्या पूजन कन्याओं के सम्मान और आदर के लिए किया जाता है।
2. सुख और समृद्धि: यह अनुष्ठान घर में सुख, समृद्धि और शांति लाने में मदद करता है।
3. आध्यात्मिक लाभ: कन्या पूजन से आध्यात्मिक लाभ भी होता है, जैसे कि मन की शांति और आत्मा की शुद्धि।