बिलासपुर , 9 अक्तूबर , campussamachar.com, नवरात्रि से सामान्यतः दो प्रकार के अर्थ समझ मे आते हैं। पहला नव (नई) रात्रियां , दूसरा नव अर्थात नौ रात्रियां. मुख्यतः यह ऋतु परिवर्तन की द्योतक हैं। इसके साथ मुख्यतः मां अर्थात शक्ति की उपासना से साधना को जोड़ दिया गया है। पुरातन काल मे शारदीय नवरात्रि के पश्चात युद्ध काल प्रारंभ होते थे। अतः शास्त्र पूजन अर्थात अस्त्र शस्त्रों को तैयार करने का काल है यह, तो वीरता की गाथाएं साथ हैं
संयोग से इसी काल में दो भिन्न भिन्न घटनाओं में दशमी तिथि को महिषासुर और रावण का भी वध हुआ था। इसलिए कुछ लोगों को संशय होता हैं कि जब नवरात्रि में मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया तो विजया दशमी को रावण वध हेतु श्रीराम जी कैसे आये।आशा हैं उपरोक्त स्पष्टीकरण के पश्चात अब अलग अलग काल खंड में घटित दोनों घटनाओ के अलग अलग संदर्भ आसानी से स्पष्ट हो गए होंगे।
नवरात्रि पर्व को नए तरीके से मनाने हेतु पंजाब नैशनल बैंक के सभी स्टॉफ सदस्य प्रतिदिन अलग अलग रंगों के परिधानों में बैंक आ रहे हैं। आज सभी स्टॉफ रंग नीले रंगों के भारतीय परिधानों में कार्य करते नजर आए। कल पीएनबी के सभी स्टॉफ के परिधानों का रंग गुलाबी नजर आएगा। जनसामान्य पीएनबी स्टॉफ के अनोखे तरीके से नवरात्रि मनाने की चर्चा करते हुए दिखे।