- संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रेम नाथ राय उत्तर प्रदेष के हालात पर विषेष कर लोक सभा चुनाव के बाद पर चर्चा करते हुये जनता को बधाई दी।
- सरकार से चारों श्रम संहिता रद्द करने की मॉग।
लखनऊ 9 सितम्बर,campussamachar.com, । देश के मजदूर 23 सितम्बर 2024 को काला दिवस मनायेगें। 2020 में 23 सितम्बर को ही श्रम संहिता लोकसभा में बिना चर्चा के कोविड-19 के दौरान पास किया गया था।
केन्द्रीय श्रम संघो के संयुक्त मंच के आहवान का सेण्टर आफ इण्डियन ट्रेड यूनियन्स दो दिवसीय राज्य कमेटी बैठक में इसका समर्थन किया गया। बैठक में सरकार से चारों श्रम संहिता रद्द करने की मॉग की गई ।
बैठक में विभिन विभागों, सरकारी व निजी संस्थानों में ठेका मजदूरों की समस्याओं को लेकर सितम्बर माह में अभियान चलाने व 30 सितम्बर को जिला मुख्यालयों पर धरना/ प्रदर्शन का निर्णय लिया गया । नियमित प्रकृति के कामों पर नियमित कर्मचारियों/मजदूरों की नियुक्ति करने, न्यूनतम मजदूरी रू0 26 हजार प्रति माह करने, समान काम के लिये समान वेतन, ईएसआई, ईपीएफ, बोनस आदि का समय से भुगतान करने आदि की मॉग की गई।
बैठक में सीटू के राष्ट्रीय सचिव के एन उमेश ने केन्द्र सरकार की रोजगार लिंक इनसेन्टिव योजना का विरोध करते हुये कहा कि यह सरकारी खजाने को निजी पूॅजीपतियों के हवाले करने की योजना है। उन्होनें कहा कि कैपिटल लिंक इन्सेन्टिव योजना, उत्पादन लिंक योजना की तरफ यह भी कारपोरेट के हित में बनायी गई है। संगठन के प्रदेष महामंत्री प्रेम नाथ राय उत्तर प्रदेश के हालात पर विषेष कर लोक सभा चुनाव के बाद पर चर्चा करते हुये जनता को बधाई दी। उन्होनें कहा कि मॅहगाई, बेरोजगारी, सरकार की श्रम विरोधी , जनविरोधी, किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश के लोगों ने मतदान किया है।
उन्होनें अपनी सभी जिला इकाईयों /यूनियनों का आवाहन किया है कि वे उपरोक्त कार्यक्रमों को सफल बनायें। बैठक में संगठन की मध्यावधि समीक्षा की गई। कई संगठनात्मक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। बैठक की अध्यक्षता रविशकर मिश्रा ने की ।