- उपमुख्यमंत्री से मिले प्रतिनिधिमंडल में अभाविप अवध प्रांत के प्रांत सह-मंत्री रोहित सिंह, कानपुर प्रांत मेडीविजन संयोजक सौरभ नायक, मनीष कुमार गुप्ता, सृष्टि एवं यश चोपड़ा उपस्थित रहे।
लखनऊ, 26 जुलाई. campussamachar.com, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ( Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad ) के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री बृजेश पाठक को मेडिकल इंटर्न के स्टाइपेंड को बढ़ाने की लेकर ज्ञापन सौंपा है। प्रादेशिक मेडिकल संस्थान एवं चिकित्सा विद्यालयों में मेडिकल इंटर्न को उनकी आवश्यकतानुरूप स्टाइपेंड नहीं दिया जाता है, जिसे बढ़ाने को लेकर विद्यार्थी आंदोलन कर रहे हैं और अभाविप उनकी इस मांग के साथ है तथा इस समस्या के शीघ्र निवारण हेतु मांग करती है।
Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad News : अभाविप ने गत 17 जुलाई को भी इस विषय में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को इस समस्या से अवगत कराया था तथा मेडिकल के विद्यार्थियों की स्टाइपेंड बढ़ाए जाने की बात को रखा था, अभाविप द्वारा 22 जुलाई से मेडिकल के छात्रों के साथ इस विषय a लेकर आंदोलन किया जा रहा है और आज इस संबंध में उपमुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। अभाविप प्रतिनिधिमंडल से इस बिंदुओं पर चर्चा के दौरान प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री बृजेश पाठक ने यह आश्वासन दिया है कि इस विषय पर गंभीरता से विचार कर मेडिकल विद्यार्थियों के हित में निर्णय लिया जाएगा।
अभाविप ( Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) अवध प्रांत के प्रांत सह-मंत्री रोहित सिंह ने कहा कि,” अभाविप द्वारा पूरे देश में मेडिकल विद्यार्थियों के लिए एक समान स्टाइपेंड तय किया जाए इसके लिए निरंतर मांग की जाती रही है। उत्तर प्रदेश में मेडिकल इंटर्न को 12 हज़ार रुपए स्टाइपेंड के रूप में दिया जाता है जो उनकी मूलभूत आवश्यकताओं हेतु पर्याप्त नहीं है और अन्य राज्यों की अपेक्षा में काफी कम है। इसी संबंध में आज अभाविप ( Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपा है और मेडिकल इंटर्न के स्टाइपेंड को बढ़ाने की मांग की है।”
अभाविप ( Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) कानपुर प्रांत के मेडिविजन संयोजक व मेडिकल इंटर्न सौरभ नायक ने कहा कि,” उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मेडिकल इंटर्न को दिया जा रहा स्टाइपेंड काफी कम है और इसे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। जहां अन्य राज्यों में औसतन 25 हज़ार रुपए मेडिकल इंटर्न को स्टाइपेंड के रूप में दिया जाता है वहीं उत्तर प्रदेश में यह राशि 12 हज़ार है, जिसके चलते मेडिकल इंटर्न को काफी समस्याओं को सामना करना पड़ता है और उनकी मूलभूत आवश्यकताओ की पूर्ति भी नहीं हो पाती है। केंद्र सरकार से संबद्ध मेडिकल संस्थानों में भी यह राशि 27 हज़ार रुपए है, अभाविप ने उत्तर प्रदेश सरकार से भी इसी सापेक्ष स्टाइपेंड को बढ़ाए जाने की मांग की है।
उपमुख्यमंत्री से मिले प्रतिनिधिमंडल में अभाविप अवध प्रांत के प्रांत सह-मंत्री रोहित सिंह, कानपुर प्रांत मेडीविजन संयोजक सौरभ नायक, मनीष कुमार गुप्ता, सृष्टि एवं यश चोपड़ा उपस्थित रहे।