रायपुर , 10 जुलाई . आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ को लगातार झटके पर झटके मिल रहे हैं . पार्टी की प्रदेश इकाई के पुनर्गठन के बाद विद्रोह और अधिक बढ़ गया है . पार्टी की नयी इकाई में उपाध्यक्ष बनाये गए उत्तम साहू ने पद से त्यागपत्र दे दिया . उनके साथ तमाम कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी छोड़ दी है . राजधानी रायपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस कर उत्तम साहू ने पद छोड़ने के कारणों को विस्तार से बताया . उन्होंने कहा कि इंडिया अगेन्स्ट करप्सन के आंदोलन से जुड़ कर मैं कब आम आदमी पार्टी का सदस्य बन गया पता ही नही चला बारह से तेरह वर्ष के संघर्षो के साथ बिता पता नही चला।
उत्तम साहू ने इस मौके पर मीडिया से कहा कि इस रायपुर शहर में एक समय ऐसा था कि परिवार के नाम पर केवल आम आदमी पार्टी के लोग ही थे जो मेरे सुख दुःख के साथी थे आज प्रदेश भर में पार्टी के लोगो से जान पहचान है जो सुख दुख के साथी बने अच्छा लगता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से मैं बहुत कोशिश कर रहा था कि व्यवस्था सुधरे लेकिन केवल कुछ चुनिंदा लोगो को ही सारा अधिकार दिया गया जिन्होंने कार्यकर्ताओं की भावनाओ के साथ खेलना शुरू किया जिन कार्यकर्ताओं ने भरी गर्मी में बुकलेट भरने के लिए गांव गांव गए धूपछांव , पानी बरसात में अपना पैसा लगाकर काम किया उन सभी लोगों की भावनाओ के साथ खेला गया और जो लोग केवल दिल्ली के नेता जी के आने के बाद दिखाई देते है जो जानते भी नही की कौन कार्यकर्ता कहा और क्या काम कर रहा है वो राय चंद बन कर सलाह देते है कि ऐसा नही ऐसा होना चाहिए और शीर्ष नेतृत्व बड़ी गंभीरता से उनकी बातें सुनकर आसानी से निर्णय ले लेता है जो दुर्भाग्यपूर्ण है जो लोग पार्टी के लिए झंडा उठाकर हमेशा खड़े रहते है उन सब लोगो को टिकट देना तो दूर उन्हें पूछा तक नही जाता ।
उत्तम साहू ने आगे बताया कि इन्ही सब बातों को बार बार कहने पर मुझे नेगेटिव बताया गया हमसे जुड़े सभी लोगो को हाशिये पर डालना । मीटिंग व कार्यक्रमो में बार बार उपेक्षा और बेज्जती होना अब ये सब बर्दाश्त करते नही बन रहा है ,फिर भी एक उम्मीद के साथ आगे बढ़ने की सोची लेकिन मुझे ये उम्मीद नही थी कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इतना बड़ी गलती करेगी कि किसी अन्य पार्टी से आये हुए व्यक्ति को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दे दी जाएगी और पार्टी के कैडर में बहुत से साथी थे जो इस जिम्मेदारी का निर्वहन कर सकते थे मुझे आश्चर्य होता है कि शिर्ष नेतृत्व ऐसा कैसे कर सकता है अब पार्टी में घुटन सी महसूस हो रही है पार्टी में कुछ मुट्ठी भर लोगो का कब्जा हो गया है केवल चुनिंदा लोगो से ही शीर्ष नेतृत्व चर्चा करता है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है ।
छत्तीसगढ़ की माटी व छत्तीसगढ़ के हित के लिए लगातार कार्य करता रहूंगा कुछ लोग केवल अपने लिए ही इस पार्टी में आए हुए है जो केवल अवसरवादी है जिन्हें इस छत्तीसगढ़ की माटी से कोई लेना देना नही है शीर्ष नेतृत्व उन्हें ही छत्तीसगढ़ की आवाज समझता है इतने बड़े निर्णय में किसी भी जिला अध्यक्ष लोकसभा अध्यक्ष को पूछा नही गया केवल निर्णय थोपे जा रहे है और वो प्रभारी जी स्वयं चाहते है कि मैं मजबूर होकर पार्टी छोड़ दू। आज प्रभारी जी की मंशा अनुरूप कार्य कर रहा हु देश हित को लेकर मैं जीवन भर कार्य करता रहूंगा लेकिन बुराड़ी विधायक व छत्तीसगढ़ प्रभारी संजीव झा ने छत्तीसगढ़ के लोगो के साथ अच्छा नही किया।
नई कार्यकारणी को हार्दिक बधाई निवेदन है 2028 में कार्यकर्ताओं के साथ छल कपट व उनकी भावनाओं के साथ धोखा मत करियेगा व कार्यकर्ताओं को भी संदेश है कि आँख कान खोलकर ठोक बजा कर कार्य करियेगा ताकि आने वाले भविष्य में ठगा सा महसूस न करें। इसलिए मैं 07-जुलाई 24 को आम आदमी पार्टी के पद से इस्तीफा देता हूँ और जल्द ही पार्टी के अन्य साथियों से चर्चा के बाद मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दूंगा। इस मौके पर साहू ने कहा कि जीवन मे एक कसक रह गयी कि जिन साथियों ने मेरे साथ चुनाव में या मेरे संघर्ष में साथ दिया उन साथियों के लिए मैं कुछ न कर सका इस बात का अफ़सोस मुझे जीवन भर रहेगा इस कर्ज को जीवन में कभी अवसर मिला तो कोशिश करूंगा कि यह कर्ज उतार सकू।
पद से त्यागपत्र देने के बाद उत्तम जयसवाल के समर्थन में रायपुर लोकसभा, जांजगीर लोकसभा, महासमुंद लोकसभा, गरियाबंद,बस्तर, कांकेर,धमतरी,दुर्ग , कोरबा ,जशपुर,रायगढ़, सरगुजा ,अंबिकापुर , कोंडागांव आदि जिला के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इस्तीफों की झड़ी लगा दी है।