- मुख्यमंत्री को चाहिए तत्काल हस्तक्षेप करते हुए इन सभी निकल गए तदर्थ शिक्षकों के विनियमित कर न्याय दिलाने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई करें । संगठन यही मांग कर रहा है ।
लखनऊ , 12 जून,campussamachar.com, । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ( पांडेय गुट ) ने तदर्थ शिक्षकों के समर्थन मेंआवाज उठाई है। पाण्डेय गुट की ओर से आज जारी एक बयान में कहा गया है कि देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में जहां शिक्षकों के रिक्त 40000 पदों को भर जाने के लिए योगी सरकार जुटी हुई है, वहीं प्रदेश में पिछले 25 से 28 वर्षों से कार्यरत तदर्थ शिक्षकों को विगत 9 नवंबर 2023 को सेवा से ही विमुक्त करने वेतन भुगतान से वंचित कर दिया गया है । इस कारण इन पदों पर भी शिक्षा विभाग नियुक्ति करने की कोशिश में है । यह लंबे समय से सेवा तदर्थ शिक्षकों एवं उनसे जुड़े हजारों परिजनों के साथ अत्यंत घोर अन्याय है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ( पांडेय गुट ) ने प्रांतीय नेता ओम प्रकाश त्रिपाठी ने इस संवेदनशील मुद्दे की ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ध्यान आकर्षित किया है और उनसे तत्काल हस्तक्षेप किए जाने की मांग की है । वरिष्ठ शिक्षक नेता ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारी मनमाने पर ढंग से गलत प्रावधानों की व्याख्या कर सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं । उन्होंने कहा की सेवा से विमुक्त किए गए तदर्थ शिक्षकों को जो 30 दिसंबर 2000 तक कठिनाई निवारण अधिनियम द्वितीय 1982 एवं धारा 18 के अंतर्गत नियुक्त होकर कार्य करते चले आ रहे हैं और अच्छा परीक्षा परिणाम देकर भावी पीढ़ी का भविष्य निर्माण कर रहे हैं, अब उन्हें क्यों हटाया जा रहा है । शिक्षक नेता ने कहा कि शिक्षा अधिकारी सीधे सीधे शिक्षक शिक्षिकाओं का उत्पीड़न कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को चाहिए तत्काल हस्तक्षेप करते हुए इन सभी निकल गए तदर्थ शिक्षकों के विनियमित कर न्याय दिलाने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई करें । संगठन भी यही मांग कर रहा है ।