- आज तिथि
चैत्र – पहला महीना
शुक्ल – प्रथम पक्ष
तिथि – द्वादशी ( 12 वीं )
आज तिथि ५१२६/ ०१-०१-१२/ ०७ युगाब्द ५१२६/ चैत्र शुक्ल पक्ष, द्वादशी, शनिवार शुभ व मंगलमय हो….
अंको में आज की तिथि
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♡🔆 5126/01/01/12/07 ♡
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युगाब्द (कलियुग) – 5126
चैत्र – पहला महीना
शुक्ल – प्रथम पक्ष
तिथि – द्वादशी ( 12 वीं )
वार/दिन- शनिवार ( 07 वां वार/दिन )
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यज्ञ रूप प्रभो हमारे,
भाव उज्जवल कीजिये ।
छोड़ देवें छल कपट को,
मानसिक बल दीजिये ।।
✍ यज्ञ नितान्त परमार्थ का कार्य है । यज्ञ के लाभ को किसी व्यक्ति विशेष तक सीमित नहीं रखा जा सकता है ।
✍ यह बिना किसी भेदभाव के इसके सम्पर्क में आने वाले समस्त चर-अचर प्राणियों एवम वातावरण को लाभ पहुंचाता है ।
✍ शास्त्रों में यज्ञ को भगवान का रूप कहा गया है । क्योंकि वह (ईश्वर) हमेशा हमको हमारी पात्रता अनुसार, बिना किसी भेदभाव के देता रहता है ।
✍ माता-पिता बचपन मे हमारे लिए यज्ञ (परमार्थ- पालन- पोषण)करते हैं ताकि उनकी वृद्धावस्था में, हम उनके लिए यज्ञ (सेवा) करें ।
✍ निस्वार्थ भाव से दूसरे के अच्छे/कल्याण के लिए किए कार्य को भारतीय संस्कृति में यज्ञ के समकक्ष माना गया है ।
आज तिथि ५१२६/ ०१-०१-१२/ ०७ युगाब्द ५१२६/ चैत्र शुक्ल पक्ष, द्वादशी, शनिवार की पावन मंगलबेला में, यज्ञ (परमार्थ) को जीवन मे निरन्तर चलते रहने देने के संकल्प के साथ, नित्य की भांति, आपको मेरा “राम-राम”
प्रस्तुति
ललित अग्रवाल