आज तिथि ५१२५/ १२-०१-१३+/ ०६ युगाब्द ५१२५/ फाल्गुन शुक्ल पक्ष, अधिक त्रयोदशी, शुक्रवार “प्रदोष” शुभ व मंगलमय हो..
अंको में आज की तिथि
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♡🔆 5125/12/01/13+/06 ♡
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युगाब्द (कलियुग) – 5125
फाल्गुन – बारवहां महीना
शुक्ल – प्रथम पक्ष
तिथि – त्रयोदशी ( 13+ वीं)
वार/दिन- शुक्रवार ( 06 वां वार/दिन )
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तुम हो अनादि, तुम हो अनन्त,
तुमसे प्रेरित यह दिग- दिगन्त ।
परिवर्तन के आधार तुम्ही,
तुमसे प्रेरित यह जग विशाल ।।
जय महाकाल, जय महाकाल ।
✍ खरबों टन भारी, हवा में लटकी पृथ्वी , महासमुद्रों को अपने मे समेटे, अपनी धुरी पर घूमते हुए, सूर्य के चक्कर काट रही है ।
✍ विशालकाय सूर्य, अपनी ऊष्मा से पृथ्वी पर मौजूद सभी चर-अचर को प्राण/जीवन दे रहा है ।
✍ आज विज्ञान के युग मे, मनुष्य कई बार उस अनन्त शक्ति को अपने अहम के कारण, महत्वहीन दिखाने का प्रयास करता है ।
✍ अनन्त शक्ति के क्रम/व्यवस्था से छेड़छाड़ की जब सजा मिलती है/आपदा पड़ती है तो विज्ञान की सारी अकड़ निकल जाती है ।
आज तिथि ५१२५/ १२-०१-१३+/ ०६ युगाब्द ५१२५/ फाल्गुन शुक्ल पक्ष, अधिक त्रयोदशी, शुक्रवार “प्रदोष” की पावन मंगलबेला में, ईश्वरीय व्यवस्था में अपने विश्वास को दृढ़ करते हुए, नित्य की भाँति, आपको मेरा “राम-राम” ।