- दुबे परिवार इतना भाग्यवान हैं कि अयोध्या में 500 सालों के इंतजार के बाद रामलला कब विराजमान होने के एक सप्ताह के अंदर सुंदरकांड का पाठ अपने निवास में करवा कर प्रभु कृपा के पात्र बने हैं। अवश्य ही यहां संतजनों का निवास हैं।
बिलासपुर , 28 जनवरी । campussamachar.com, शुभमविहार मानस मंडली के प्रेणता श्री सत्यनारायण पांडेय ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज पहली बार साप्ताहिक सुंदरकांड का पाठ श्री शिव कुमार दुबे के निवास स्थल पर करवाने का सुअवसर मिला है। आज के संगीतमय सुंदर कांड पाठ में उपस्थित शुभमविहार के वरिष्ठ नागरिकों सर्वश्री सत्यनारायण पांडेय, नरेंद्र गोपाल, अनिल तिवारी, सुरेंद्र दुबे, प्रमोद अवस्थी, ललित अग्रवाल ने बताया कि सामान्यतः मैकाले की कुटिल शिक्षा पध्दति से शिक्षित जनसामान्य वास्तविक हिंदू संस्कृति व संस्कार दीप प्रज्ज्वलन, ईश आराधना, भजन गायन को भूल विदेशी संस्कृति का अंधानुकरण में भूल गए हैं। लेकिन आज पारंपरिक तरीके से सनातन संस्कृति व संस्कार से ओतप्रोत सुंदरकांड के मानस पाठ ने गदगद कर दिया।
Bilaspur News : उन्होंने समस्त जागरूक, धर्मंनिष्ठ, देशभक्तों विशेष कर माताओं-बहनों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को संस्कार देने हेतु कम से कम प्रतिदिन एकबार तथा सप्ताह में एकबार सामूहिक हनुमानचालीसा पढ़ने की आदतें अवश्य ही डाले। बच्चों को आदर्श के रूप में श्रीराम, श्री हनुमान व स्वतंत्रता संग्राम के वीरो को बनाये। तभी वे एक आदर्श नागरिक बनेंगे तथा हमारा राष्ट्र अखंड रहेगा। सतत सुंदरकांड का आध्यात्मिक पाठ होना इस बात का द्योतक हैं कि जब तक रामजी की कृपा नहीं हो तब तक जहां लोग सालों साल सुंदरकांड का पाठ नही करवा पाते है। दुबे परिवार इतना भाग्यवान हैं कि अयोध्या में 500 सालों के इंतजार के बाद रामलला कब विराजमान होने के एक सप्ताह के अंदर सुंदरकांड का पाठ अपने निवास में करवा कर प्रभु कृपा के पात्र बने हैं। अवश्य ही यहां संतजनों का निवास हैं।
ये रहे उपस्थित
Latest Bilaspur News : आज सुंदरकांड का पाठ में शुभमविहार कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री आख़िलानन्द पांडेय, ईश्वर तिवारी, भूपेंद्र यादव आकाश शर्मा, शिव कुमार दुबे, सीमा दुबे, प्रखर दुबे, प्रतिक्षा दुबे, प्रज्ञा दुबे, प्रतिमा तिवारी, चंचल तिवारी, तनिष्क तिवारी, आशा त्रिपाठी, विधि त्रिपाठी, हिमांशु बंजारे, आर्यन दुबे, सूमित्र पांडेय, दीपक तिवारी, शकुन्तला त्रिपाठी, शरद दुबे, राजेश दुबे, विनोद अवस्थी सहित सैकड़ो की सँख्या में श्रद्धालुओं मातृशक्तियों ने सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ किया।