- राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर श्रीमती उषा कोरी ने गतिविधि और प्रशिक्षण बिंदु के प्रारंभिक चरणों मे शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा बोले जाने वाले हिंदी, छत्तीसगढ़ी, अंग्रेजी,बंगाली, संस्कृत, पंजाबी, बंजारा और विभिन्न भाषा बोली के माध्यम से परिचय देते हुए कार्यक्रम का आगाज किया ।
बिलासपुर , 25 जनवरी । campussamachar.com, कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक समग्र शिक्षा बिलासपुर के निर्देशानुसार गत दिवस 24 जनवरी 2024 को जिला साक्षरता मिशन सभा कक्ष क्रमांक 06 बिलासपुर में बहुभाषा शिक्षण का एकदिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित की गयी । इसमें जिले के चारों विकास खंड मस्तूरी, बिल्हा शहरी, बिल्हा ग्रामीण, कोटा, तखतपुर के प्राथमिक स्तर के 40 शिक्षक शिक्षिकाओ का प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
Bilaspur News : कार्यक्रम की शुरुआत माता सरस्वती की छाया चित्र की पूजन एवं वंदन के साथ हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अतिथि जिला मिशन समन्वयक (समग्र शिक्षा बिलासपुर) श्रीमती अनुपमा राजवाड़े ने प्रशिक्षण के संदर्भ में मार्गदर्शक दिशा निर्देश और प्रशिक्षण की सारगर्भित के बारे में बताते हुए बच्चो तक पहुँचने पर सार्थकता होने की बात कही और संकुल क्लब स्तर पर बेहतर तरीके से प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित करने का निर्देश प्रदान किया ।
Bilaspur News : कार्यक्रम में डी एम पी यू जिला बिलासपुर श्रीमती अपर्णा दुबे, श्रीमती अनिता राज, किरण साहू प्रशिक्षण प्रभारी की उपस्थिति में प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर श्रीमती उषा कोरी ने गतिविधि और प्रशिक्षण बिंदु के प्रारंभिक चरणों मे शिक्षक शिक्षिकाओ द्वारा बोले जाने वाले हिंदी, छत्तीसगढ़ी, अंग्रेजी,बंगाली,संस्कृत, पंजाबी, बंजारा, और विभिन्न भाषा बोली के माध्यम से परिचय देते हुए कार्यक्रम का आगाज हुआ । बहुभाषा क्या है और इसकी आवश्यकता पर रूखमणी सोनी ( ब्लाक स्तरीय मास्टर टे्नर ) ने विस्तार से चर्चा की सभी प्रतिभागियों ने भी इस चर्चा में खुल कर हिस्सा लिया।
Bilaspur News today : प्रशिक्षण में गतिविधियों चर्चा परिचर्चा के साथ ही पुस्तको चित्रों को देखकर बच्चो से पूछे जाने वाले 2 शिक्षण विधियों का प्रदर्शन किया गया । बहुभाषा शिक्षण में सीखने में भाषा की भूमिका, बहुभाषा शिक्षा क्या है, बहुभाषा शिक्षा के लाभ, बहुभाषा शिक्षा विद्यालय में लागू करने की विधि,संतुलित भाषा पद्धति,स्कूलों में अपनाए जाने वाले रणनीति, सामुदायिक सहभागिता के अलावा विभिन्न बिंदुओं पर प्रोजेक्टर वीडियो के माध्यम से चर्चा परिचर्चा की गई । बहुभाषा शिक्षण का लक्ष्य कक्षा पहली एवम दूसरी के बच्चो को स्थानीय भाषा, के अलावा विभिन्न स्थानीय स्तरों पर बोली जाने वाली बिंदुओं से विषयगत गतिविधियों के माध्यम से विद्यालय से जोड़ने का कार्य करना मुख्य उद्देश्य हैं| एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला में उपस्थित ब्लाक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स को टास्क देते हुए बेहतर प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित करने की बात कहते हुए प्रशिक्षण का समापन किया गया।