लखनऊ /लखीमपुर खीरी , 12 दिसंबर । campussamachar.com, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश संयुक्त महामन्त्री सन्तोष मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मांगपत्र भेज कर उ०प्र० बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की समस्याओं के समाधान किए जाने का आग्रह किया है । पत्र में कहा गया है कि शिक्षा महानिदेशक उत्तर प्रदेश के कार्यालय आदेश गुण०वि०/ टाइम एंड मोशन/ 10242/ 2023-24 दिनांक 10 नवंबर 2023 द्वारा उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में डिजिटाइजेशन व्यवस्था प्रदेश के लखनऊ मण्डल एवं श्रावस्ती जनपद में दिनांक 20 नवंबर से लागू किया गया है। किंतु उक्त डिजिटाइजेशन व्यवस्था में शिक्षकों की मौलिक समस्याओं को नजरंदाज कर शिक्षक को मानव नहीं रोबोट समझते हुए लागू किया गया है। इसलिए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि उक्त डिजिटाइजेशन आदेश लागू किए जाने से पूर्व अधोलिखित व्यावहारिक समस्याओं के समाधान हेतु आवश्यक कार्यवाही करना जरूरी है ।
ये हैं मुख्य मांगें
1. डिजिटाइजेशन की वर्तमान ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था शोषणकारी है, इसमें शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को आये दिन शोषित होना होगा, जिससे भय व असुरक्षा के वातावरण में शिक्षक की सृजनात्मक क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा । अप्रैल 2023 से परिवार सर्वेक्षण में घर-घर जाकर पहले शिक्षकों ने ऑफलाइन सर्वे किया उसके बाद शिक्षकों द्वारा ही अपने खर्चे पर ही परिवार सर्वेक्षण की पूरी फ़ीडिग ऑनलाइन कराई गई, जिसके कारण विद्यालयों में लगभग 3 से 4 माह पढ़ाई प्रभावित हुई है, क्योंकि परिवार सर्वेक्षण की फीडिंग का कार्य बहुत ही जटिल था, अतः पूरा डिजिटाइजेशन का काम शिक्षकों से न कराकर बीआरसी पर अथवा विद्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर रखकर कराया जाए। जिससे शिक्षक पूर्ण मनोयोग के साथ विद्यालय में पढा सकें।
2. आकस्मिक अवकाश की श्रेणी में “हाफ डे लीव” का प्रावधान बेसिक शिक्षा में भी किया जाए, जिससे आकस्मिता की स्थिति में शिक्षक हाफ डे लीव का उपभोग कर सकें, हाफ डे लीव की व्यवस्था पूर्व में दी गई थी जिसको कुछ समय पूर्व बंद कर दिया गया है।
3. बेसिक शिक्षा विभाग में पदोन्नति 2016 के बाद नहीं हुई है। वर्तमान में पदोन्नति प्रक्रिया फरवरी 2023 से गतिमान है और दिसंबर 2023 हो गया है लेकिन अभी तक केवल विभाग द्वारा आदेश पर आदेश ही आए हैं लेकिन प्रक्रिया संपन्न नहीं हो पाई, पदोन्नति में लापरवाही करने वाले अधिकारियों की भी जवाब देही तय की जाय। प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक को पदस्थापित किया जाए तथा इंचार्ज प्रधानाध्यापक की व्यवस्था को समाप्त किया जाए। जिससे प्रधानाध्यापक शिक्षण कार्य से मुक्त होकर शासन की मंशा के अनुरूप प्रबन्धक के रूप में विद्यालय व्यवस्था का संचालन , बैठकों का आयोजन, अभिभावक सम्पर्क सहित सभी कार्य सम्पादित कर सके।
4 . लखीमपुर खीरी के जनपद के अन्दर शिक्षकों के स्थानान्तरण लगभग 12 वर्षो से नही हुए है जिसके कारण शिक्षक अपने घर से 50 से 80 किलोमीटर की दूरी तय करके (एक तरफ से) विद्यालय पहुंचते हैं अतः जनपद के अंदर स्थानांतरण की प्रक्रिया प्रारम्भ कर उन्हें उनके निवास के विकास खण्ड अथवा निकटस्थ विकास खण्ड में विकल्प लेकर स्थानांतरित किया जाए। जिससे शिक्षक पूर्णं मनोयोग से प्रदेश को निपुण प्रदेश बनाने का कार्य कर सकेगें तथा मार्ग दुघर्टना की सम्भावना भी कम होगी। #UP BASIC SHIKSHA PARISHADNews
5. कैशलेस चिकित्सा का लाभ राज्य कर्मचारियों की भांति बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को भी प्रदान किया जाए।
6. राज्य कर्मचारियों की भांति शिक्षकों को भी प्रतिवर्ष 31 अर्जित अवकाश प्रदान किया जाये।
7. अवकाश के दिनों में कार्य करने पर पूर्व में प्रतिकर अवकाश की व्यवस्था थी जिसको की ऑनलाइन होने के बाद बंद कर दिया गया है पुनः शुरू किया जाए, जिससे कि पल्स पोलियो अभियान व अन्य कार्य जो रविवार के दिन लिए जाते हैं उनके लिए शिक्षकों को अवकाश मिल सके।
8. टाइम एंड मोशन स्टडी आदेश 14 अगस्त 2020 में निर्धारित विद्यालय अवधि ग्रामीण परिवेशीय वातावरण के प्रतिकूल है । अतः बेसिक शिक्षा के ग्रामीण परिवेशीय विद्यालयों का शिक्षण समय प्रकृति के अनुकूल ग्रीष्मकाल में सुबह 7 बजे से 12 बजे तक तथा शीतकाल में प्रातः 9 से 3 बजे तक किया जाए। #BASIC SHIKSHA PARISHAD
9. वर्तमान समय में संकुल बैठक और प्रधानाध्यापक बैठक विद्यालय समय के बाद 3 बजे से 5 बजे के बीच कराई जाती है वर्तमान समय में 5:20 pm पर सूर्यास्त होता है. ऐसे में शिक्षक और शिक्षिकाओं को बैठक करने के बाद घर पहुंचते पहुँचते काफी अंधेरा हो जाता है . अतः विद्यालय समय के बाद किसी भी प्रकार की बैठक का आयोजन न किया जाए जो भी बैठक (संकुल बैठक व प्रधानाध्यापक बैठक) कराई जाए वह विद्यालय समय में ही कराई जाए। #UP BASIC SHIKSHA PARISHAD
सन्तोष मौर्य जिलाध्यक्ष लखीमपुर एवं प्रदेश संयुक्त महामन्त्री राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री से राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश जनपद लखीमपुर खीरी शिक्षकों की उपरोक्त समस्याओं का समाधान करने की कृपा करें।