रायपुर. छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् के साधारण सभा की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इनमें एक निर्णय यह भी कि राज्य के सभी महाविद्यालयों में संस्कृत विषय पढ़ाया जाएगा। मंगलवार को संस्कृत विद्यामंडलम् कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् रायपुर द्वारा सत्र 2021-22 में संस्कृत डिप्लोमा पाठ्यक्रम किए जाने, प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में संस्कृत विषय प्रारंभ किए जाने, संस्कृत विद्यामंडलम् में बोर्ड की कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं की अंकसूची में पृथक-पृथक पूर्णांक दिए जाने और कक्षा 12वीं ओपन स्कूल सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में संस्कृत विषय लागू करने पर सर्वसम्मति से सहमति प्रदान की गई।
बैठक स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव राजेश सिंह राणा की अध्यक्षता में हुई बैठक में उच्च शिक्षा विभाग की ओएसडी राजलक्ष्मी सेलट, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के संयुक्त सचिव एम.आर. ठाकुर, वित्त विभाग के उप सचिव आर.एस. सिसोदिया, संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य, लोक शिक्षण संचालनालय की सहायक संचालक मृदुला चन्द्राकर, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की सहायक प्राध्यापक विद्यावती चन्द्राकर, राजीव गांधी शिक्षा मिशन के उप संचालक आर.एन. हीराधर उपस्थित थे।
बैठक में छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् के सचिव राजेश कुमार सिंह ने पूर्व बैठक का पालन प्रतिवेदन के साथ ही बैठक से संबंधित एजेन्डा प्रस्तुत किया। बैठक में विद्यामंडलम् की सहायक संचालक पूर्णिमा पाण्डेय, सहायक संचालक लक्ष्मण प्रसाद साहू, व्याख्याता आशारानी चतुर्वेदी और सहायक लेखा अधिकारी आर.आर. घरडे उपस्थित थे।