- लखनऊ में स्थानांतरित प्रधानाचार्यो, शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान होना शुरू हो गया है ।
लखनऊ, 27 अक्तूबर । campussamachar.com, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जनपद, लखनऊ के पदाधियाकरियों ने बताया कि उन्हें जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार (DIOS lucknow ) से प्राप्त जानकारी के अनुसार 21 अक्टूबर तक 58 प्रधानाचार्य शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के वेतन बिल ट्रेजरी में लगा दिए गए थे। इस बीच 22 बिल और ट्रेजरी में लगाए गए। इस प्रकार कुल 80 बिल ट्रेजरी में लगाए गए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डा0 आर0पी0 मिश्र ने dios office lucknow में शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए चल रही रिश्वतख़ोरी के खिलाफ जंग शुरू की है । इससे नाराज कुछ अधिक्श्रि और क्लर्क बाधाएँ पैदा कर रहे हैं । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जनपद, लखनऊ के नेता वेतन भुगतान में देरी के लिए DIOS office के लेखाधिकारी मनोज कुमार की रिश्वतख़ोरी वाली आदत को जिम्मेदार बता रहे हैं ।
lucknow school news : दिनांक 25 अक्टूबर को 22 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का वेतन उनके खातों में पहुंच चुका है। आज 42 प्रधानाचार्यों ,शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान ट्रेजरी से हो चुका है। 1- 2 घंटे में वह संबंधित शिक्षकों के खातों में पहुंच जाएगा। कल 6 शिक्षक/शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान होगा और उसके पश्चात शेष चार का। छह प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों का वेतन भुगतान पहले ही 07 को अक्टूबर को हो चुका है।
lucknow teachers news शेष बिलों के पारण की कार्यवाही की जा रही है जो आपत्तियां संबंधित विद्यालयों को भेजी गई है, उनके प्राप्त होते ही उनका भी वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है।
lucknow latest news शिक्षक नेताओ ने बताया संज्ञान में आया है कि कुछ विद्यालयों के लिपिक/चपरासी वेतन भुगतान जल्द कराने के लिए लेखा विभाग में घूसखोरी की बात कर रहे हैं। यह भी कह रहे हैं ज्यादा धन नहीं देना है कुछ पैसा देना पड़ेगा। सभी से आग्रह है कि घूसखोरी का शिकार होने से बचें। जिला संगठन सभी का वेतन भुगतान बिना किसी घूसखोरी के कराने के लिए कटिबद्ध है और कराएगा। यह जानकारी डा0 आर0पी0 मिश्र- प्रादेशिक उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता, डा0 आर0के0 त्रिवेदी- प्रदेशीय मंत्री, अनिल शर्मा- जिलाध्यक्ष, महेश चंद्र- जिलामंत्री, विश्वजीत सिंह- कोषाध्यक्ष, आलोक पाठक- आय-व्यय निरीक्षक, डा0 मीता श्रीवास्तव- सदस्य राज्य कार्यकारिणी ने दी है ।