- शिक्षक पदाधिकारियों का कहना है कि वे सरकार के समक्ष अपनी मांग पहले ही रख चुके हैं इसलिए सरकार को जल्द से जल्द मांग पूरी करनी चाहिए।
- रायपुर में तूता धरना स्थल पर प्रदेश के कोने कोने से हजारों शिक्षक शिक्षिकाएँ पहुँचें
रायपुर / बिलासपुर, 16 अगस्त । campussamachar.com, वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन ने आज (16 अगस्त 2023 ) रायपुर में शक्ति प्रदर्शन कर सरकार को अपनी मांगे पूरी करने के लिए बड़ा संदेश पहुंचा दिया है। तुता धरना स्थल पर प्रदेश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में शिक्षक -शिक्षिकाएँ अपनी मांगों के समर्थन में जुटे हैं ।
cg news in hindi : रायपुर में आयोजित धरना प्रदर्शन में पहुंचे अपने साथियों को संबोधित करते हुए फेडरेशन के पदाधिकारियों ने सरकार को बताया कि लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण ढंग से फेडरेशन शिक्षकों की एक सूत्रीय मांग को पूरा करने के लिए आंदोलन कर रहा है। इस आंदोलन से विद्यार्थियों की पढ़ाई को बिना प्रभावित किये शिक्षक अपनी मांगों को पूरी करने के लिए सरकार तक एपीआई बात पहुंचा रहे हैं लेकिन अब तक मांगी पूरी नहीं की गई है, जबकि एक सूत्रीय मांग वेतन विसंगति को दूर करने की है और इस मांग को कांग्रेस के घोषणा पत्र में विधानसभा चुनाव 2018 की पूर्व शामिल किया गया था और तब कहा गया था कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आती है तो शिक्षकों की मांग को पूरा किया जाएगा लेकिन साढ़े चार साल बीतने के बाद भी सरकार अभी तक इस मांग को पूरा नहीं कर सकी है।
cg latest news : इसलिए शिक्षकों में भारी आक्रोश है और वे सरकार से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द मांग को पूरी किया जाए। गौरतलब है कि इसके पहले फिर फेडरेशन के आवाहन पर शिक्षकों ने प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों के समक्ष अपनी मांगे रखी, कलेक्टर तक अपना ज्ञापन पहुंचाया और फिर जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन भी किया। बिलासपुर में भी धरना प्रदर्शन के माध्यम से फेडरेशन के पदाधिकारी सरकार तक अपनी मांग पहुंचाते रहे और जब सरकार ने किसी प्रकार का ठोस फैसला नहीं लिया तो फिर आज 16 अगस्त को प्रदेश के हजारों शिक्षक राजधानी पहुंच गए हैं।
bilaspur latest news : शिक्षक पदाधिकारियों का कहना है कि वे सरकार के समक्ष अपनी मांग पहले ही रख चुके हैं इसलिए आप सरकार को जल्द से जल्द मांग पूरी करनी चाहिए। माना जा रहा है कि यदि सरकार ने उनकी मांग पूरी नहीं की तो आने वाले दिनों में संगठन के पदाधिकारी जल्द मीटिंग कर आंदोलन की अगली रणनीति बनाएंगे । चिंता की बात यह है कि विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियां जोरों से चल रही है और यदि जल्दी सरकार मांग नहीं पूरी करती है तो फिर यह मांग लंबे अरसे तक टल जाएगी क्योंकि इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं और फिर आचार संहिता कभी लग सकती है, इसलिए सरकार शिक्षकों की बात सुने ।