- सीयू में माधव राव सप्रे पर व्याख्यान माला का आयोजन
बिलासपुर, 25 मई। campussamachar.com, गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur केन्द्रीय विश्वविद्यालय) में आज दिनांक 25 मई, 2023 प्रात: 11.30 बजे रजत जयंती सभागार में भारतीयता और सप्रे जी विषय पर राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. सुशील त्रिवेदी, अध्यक्ष, माधव राव सप्रे शोध केंद्र रहे तथा अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने की।
व्याख्यानमाला की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur ) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने माधव राव सप्रे के राष्ट्र निर्माण में योगदान को याद करते हुए कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माण के लिए सदैव समर्पित रहे हैं। हमें दूसरों का संदर्भ देने के बजाये, ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे लोग हमारा संदर्भ प्रस्तुत करें। हम सभी को ईमानदारी और निष्ठापूर्वक अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी यही आहूति राष्ट्र के निर्माण और उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur : डॉ. सुशील त्रिवेदी, अध्यक्ष, माधव राव सप्रे शोध केंद्र रायपुर ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी ने उन्नीस सौ से उन्नीस सौ बीस तक के कालखंड को हिंदी साहित्य का द्विवेदी और सप्रे युग से संबोधित किया है। माधव राव सप्रे ने पत्रकारिता के माध्यम से समाज में राष्ट्रीयता की भावना प्रसारित करने का काम किया।
ggu news : इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर मां सरस्वती एवं बाबा घासीदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। मंचस्थ अतिथियों का किताबें भेंट कर स्वागत किया गया। राजभाषा अधिकारी अखिलेश तिवारी ने स्वागत उद्बोधन दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ. सुधीर शर्मा सचिव माधव राव सप्रे शोध केन्द्र रायपुर ने भी अपने विचार रखे। अतिथियों का स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव प्रो. मनीष श्रीवास्तव एवं संचालन टी.पी. सिंह, सहायक कुलसचिव अकादमी ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, अधिकारीगण एवं शिक्षणकगण उपस्थित रहे।