- चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास शिक्षा का केन्द्रीय तत्व- कुलपति प्रो. चक्रवाल
बिलासपुर, 19 मई। campussamachar.com, गुरू घासीदास विश्वविद्यालय ( (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur) केन्द्रीय विश्वविद्यालय) में दिनांक 19 मई, 2023 को सुबह 10 बजे से चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व के समग्र विकास विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अतुल कोठारी जी के मुख्य आतिथ्य में हुआ।
Guru Ghasidas Vishwavidyalaya news : कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने की। विश्वविद्यालय के रजत जयंती सभागार में आयोजित तीन दिवसीय (19-21 मई, 2023) कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर डॉ. अतुल कोठारी ने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur) पहला विश्वविद्यालय बनने जा रहा है जहां चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास को स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर पाठ्यक्रम में शामिल किये जाने पर सक्रियता के साथ कार्य संपादित हो रहा है। डॉ. कोठारी ने पंचकोषीय अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, विज्ञानमय एवं आनंदमय कोष के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur news : विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने कहा कि चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास शिक्षा का केन्द्रीय तत्व है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्राथमिक उद्देश्यों में विद्यार्थियों के समग्र विकास के दृष्टिकोण से उन्हें स्वावलंबी बनाने के साथ संवेदनशील एवं समाज के हित प्रहरी के रूप में विकसित करना है जो इस कार्यशाला के प्रशिक्षण का आधार है। इस कार्यशाला में मूल्यपरक शिक्षा की अवधारणा को व्यावहारिक धरातल पर मूर्तरूप देने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके माध्यम से विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध पाठ्यक्रम में आवश्यक संशोधन करते हुए चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास के विभिन्न विषयों को समाहित करने का प्रयास किया जाएगा।
GGU Bilaspur : इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर मां सरस्वती एवं बाबा घासीदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। मंचस्थ अतिथियों का नन्हा पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। कार्यशाला के समन्वयक प्रो. पी.के. बाजपेयी ने अतिथियों का स्वागत किया। देशराज शर्मा, पूर्व प्राचार्य, सर्वहितकारी विद्या मंदिर, तलवाडा, पंजाब ने कार्यशाला के विषय में जानकारी साझा करते कहा कि शिक्षा मनुष्य एवं समाज के कल्याण के लिए है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भारत के प्राचीन ज्ञान परंपरा को आधार बनाया गया। अन्य मंचस्थ अतिथियों डॉ. अजय तिवारी कुलाधिपति स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय, सागर म.प्र. एवं कार्यशाला के सह-समन्वयक प्रो. प्रवीण कुमार मिश्रा रहे।
GGU Bilaspur news : मंचस्थ अतिथियों का शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मान किया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव प्रो. मनीष श्रीवास्तव एवं संचालन डॉ. गरिमा तिवारी, सहायक प्राध्यपाक वानिकी, वन्य जीव एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, अधिकारीगण, शिक्षणकगण एवं बड़ी संख्या में शोधार्थी उपस्थित रहे।
400 से ज्यादा शिक्षक प्रतिभागी
इस कार्यशाला में 400 से ज्यादा शिक्षकों ने प्रतिभागी के रूप में सहभागिता की। कार्यशाला में 20 समूहों का गठन किया गया है।जो प्रशिक्षण के विभिन्न विषयों पर विचार, परिचर्चा विश्लेषण, समीक्षा एवं निष्कषों का लेखन करेंगे।
देश के 9 विषय विशेषज्ञ होंगे शामिल
GGU Bilaspur news : डॉ. अतुल कोठारी , राष्ट्रीय सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली, देशराज शर्मा, पूर्व प्राचार्य, सर्वहितकारी विद्या मंदिर, तलवाडा, पंजाब, डॉ. अजय तिवारी कुलाधिपति स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय, सागर म.प्र., डॉ. मनोहर भंडारी एमबीबीएस एमडी, इंदौर म.प्र., जयेन्द्र जाधव सदस्य सचिव गुजरात साहित्य अकादमी गुजरात एवं संजय शर्मा डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर म.प्र. शामिल हैं।