आज का पञ्चांग
दिनाँक:-06/04/2024, शनिवार
द्वादशी, कृष्ण पक्ष,
चैत्र
(समाप्ति काल)
तिथि———- द्वादशी 10:18:47 तक
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र——— शतभिषा 15:38:35
योग————- शुभ 06:13:35
योग———— शुक्ल 26:18:29
करण———- तैतुल 10:18:47
करण————– गर 20:37:33
वार———————– शनिवार
माह————————— चैत्र
चन्द्र राशि——————- कुम्भ
सूर्य राशि——————– मीन
रितु————————- वसंत
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1945
कलि संवत—————– 5124
सूर्योदय————— 06:05:09
सूर्यास्त—————- 18:38:09
दिन काल————- 12:33:00
रात्री काल———— 11:25:54
चंद्रास्त—————- 16:07:18
चंद्रोदय—————- 29:02:23
लग्न—- मीन 22°31′ , 352°31′
सूर्य नक्षत्र—————— रेवती
चन्द्र नक्षत्र—————- शतभिषा
नक्षत्र पाया——————– ताम्र
💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮
- देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
प्रेम-प्रसंग में तनाव रहेगा। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम न लें।
🐂वृष
जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।
👫मिथुन
परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। पुराना रोग उभर सकता है। भूमि व भवन के कार्य बनेंगे।
🦀कर्क
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। तनाव रहेगा।
🐅सिंह
शोक समाचार मिल सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। जोखिम न लें। धैर्य रखें।
🦂कन्या
प्रयास सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। भागदौड़ रहेगी।
⚖तुला
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। बेचैनी रहेगी।
🦂वृश्चिक
रोजगार मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। संतान की चिंता रहेगी।
🏹धनु
फालतू खर्च होगा। शारीरिक कष्ट संभव है। तनाव रहेगा। कार्य की गति धीमी रहेगी। जोखिम न उठाएं।
🐊मकर
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रसन्नता रहेगी।
🍯कुंभ
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। नेत्र पीड़ा संभव है। लाभ होगा।
🐟मीन
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी बाधा दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। जोखिम न लें। धनार्जन होगा।
पद, चरण
सी—- शतभिषा 10:17:02
सू—- शतभिषा 15:38:35
से—- पूर्वा भाद्रपदा 20:59:15
सो—-पूर्वा भाद्रपदा 26:19:11
ग्रह गोचर
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
सूर्य= मीन 22:10, रेवती 2 दो
चन्द्र=मकर 14:30 , शतभिषा 3 सी
बुध =मेष 02:53′ अश्विनी 1 चू
शु क्र= मीन 06°05, उ o भाo ‘ 2 थ
मंगल=कुम्भ 16°30 ‘ शतभिषा’ 3 सी
गुरु=मेष 24°30 भरणी , 4 लो
शनि=कुम्भ 20°50 ‘ शतभिषा ,4 सू
राहू=(व) मीन 21°40 रेवती , 2 दो
केतु=(व) कन्या 21°40 हस्त , 4 ठ
शुभा$शुभ मुहूर्त
राहू काल 09:13 – 10:48 अशुभ
यम घंटा 13:56 – 15:30 अशुभ
गुली काल 06:05 – 07: 39अशुभ
अभिजित 11:57 – 12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 07:46 – 08:36 अशुभ
वर्ज्यम 21:21 – 22:46 अशुभ
प्रदोष 18:38 – 20:57 शुभ
🚩पंचक ² अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
काल 06:05 – 07:39 अशुभ
शुभ 07:39 – 09:13 शुभ
रोग 09:13 – 10:48 अशुभ
उद्वेग 10:48 – 12:22 अशुभ
चर 12:22 – 13:56 शुभ
लाभ 13:56 – 15:30 शुभ
अमृत 15:30 – 17:04 शुभ
काल 17:04 – 18:38 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:38 – 20:04 शुभ
उद्वेग 20:04 – 21:30 अशुभ
शुभ 21:30 – 22:55 शुभ
अमृत 22:55 – 24:21* शुभ
चर 24:21* – 25:47* शुभ
रोग 25:47* – 27:13* अशुभ
काल 27:13* – 28:38* अशुभ
लाभ 28:38* – 30:04* शुभ
💮होरा, दिन
शनि 06:05 – 07:08
बृहस्पति 07:08 – 08:11
मंगल 08:11 – 09:13
सूर्य 09:13 – 10:16
शुक्र 10:16 – 11:19
बुध 11:19 – 12:22
चन्द्र 12:22 – 13:24
शनि 13:24 – 14:27
बृहस्पति 14:27 – 15:30
मंगल 15:30 – 16:33
सूर्य 16:33 – 17:35
शुक्र 17:35 – 18:38
🚩होरा, रात
बुध 18:38 – 19:35
चन्द्र 19:35 – 20:32
शनि 20:32 – 21:30
बृहस्पति 21:30 – 22:27
मंगल 22:27 – 23:24
सूर्य 23:24 – 24:21
शुक्र 24:21* – 25:18
बुध 25:18* – 26:15
चन्द्र 26:15* – 27:13
शनि 27:13* – 28:10
बृहस्पति 28:10* – 29:07
मंगल 29:07* – 30:04
🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩
मीन > 04:10 से 05:36 तक
मेष > 05:36 से 08:28 तक
वृषभ > 08:28 से 09:22 तक
मिथुन > 09:22 से 11:32 तक
कर्क > 11:32 से 14:02 तक
सिंह > 14:02 से 16:06 तक
कन्या > 16:06 से 18:22 तक
तुला > 18:22 से 20:12 तक
वृश्चिक > 20:12 से 22:36 तक
धनु > 22:36 से 00:36 तक
मकर > 00:36 से 02:38 तक
कुम्भ > 02:38 से 04:04 तक
💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 12 + 7 + 1 = 35 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
ग्रह मुख आहुति ज्ञान
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
🚩भद्रा वास एवं फल –:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।