- छत्तीसगढ़ की लोक-संस्कृति में श्रीराम विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन
बिलासपुर, 14 मार्च । गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) के हिंदी विभाग एवं अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में छत्तीसगढ़ की लोक-संस्कृति में श्रीराम विषय पर दो दिवसीय (13-14 मार्च, 2023) राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
campussamachar.com, : दिनांक 14 मार्च, 2023 को दो दिवसीय संगोष्ठी का समापन कार्यक्रम का रजत जयंती सभागार में आयोजित किया गया। समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. डी.एन. सिंह पूर्व विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग एवं विशिष्ट अतिथि प्रो. मनीष श्रीवास्तव कुलसचिव गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति एवं संगोष्ठी के संरक्षक प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने की।
Guru Ghasidas University Bilaspur News : अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति एवं संगोष्ठी के संरक्षक प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ( Professor Alok Kumar Chakrawal Vice Chancellor of Guru Ghasidas Vishwavidyalaya -Central University ) ने कहा कि राम एक युग पुरुष हैं। श्री राम के मर्यादित आचरण को युवाओं को आत्मसात करना चाहिए। राम का अवतार युगों की तपस्या का परिणाम है। श्री राम पराक्रमी होने साथ ही अत्यंत विनम्र थे। उनका व्यक्तित्व समावेशी है। हम सभी को राम के आदर्श चरित्र के विषय में बात करनी चाहिए।
ggu news : मुख्य अतिथि प्रो. डी.एन. सिंह, पूर्व विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर ने कहा कि भारतीय संस्कृति का अंत:करण एवं स्वरूप श्री राम में मूर्तरूप में दिखता है। भगवान श्रीराम छत्तीसगढ़ के जनमानस में रचे-बसे हैं। भगवान राम ने आदर्श राज का प्रतिमान स्थापित किया। विशिष्ट अतिथि प्रो. मनीष श्रीवास्तव कुलसचिव ने कहा कि भगवान श्रीराम को पुराणों से बाहर लाकर तथ्यों के आधार में इतिहास का हिस्सा बनाने के साथ पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।
Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur : मंचस्थ अतिथियों का छत्तीसगढ़ी गमछा, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर प्रो. विजय सिन्हा ने अतिथियों को पुस्तक भेंट की। संगोष्ठी में देश के विभिन्न प्रदेशों से 112 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र भेंट किये गये। धन्यवाद ज्ञापन कला विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो. ब्रजेश तिवारी ने एवं संचालन मुरली मनोहर सिंह, सहायक प्राध्यापक हिंदी विभाग ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, शिक्षकगण, अधिकारीगण, शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, is a Central University of India, located in Bilaspur C.G. State, established under Central Universities Act 2009, No. 25 of 2009. Formerly called Guru Ghasidas University (GGU), established by an Act of the State Legislative Assembly, was formally inaugurated on June 16, 1983.)