सीयू में 76वां स्वतंत्रता दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
बिलासपुर. गुरु घासीदास विश्वविद्यालय ((Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, is a Central University of India, located in Bilaspur C.G. State, established under Central Universities Act 2009, No. 25 of 2009. Formerly called Guru Ghasidas University (GGU), established by an Act of the State Legislative Assembly, was formally inaugurated on June 16, 1983.) विद्यार्थियों के लिए ज्ञान का पुंज बनेगा। हमारी कर्तव्यनिष्ठा ही राष्ट्र के प्रति सच्ची निष्ठा है। यह बात विश्वविद्यलाय के माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कही। रिमझिम फुहारों की बीच विश्वविद्यालय में दिनांक 15 अगस्त, 2022 को 76वां स्वतंत्रता दिवस समारोह पूरी सादगी एवं उत्साह के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) एवं कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार ने सर्वप्रथम संत गुरू घासीदास जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए साथ ही वानिकी विभाग में पौधारोपण किया गया। तत्पश्चात मां सरस्वती की प्रतिमा एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं बाबा गुरु घासीदास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर आजादी के 75 साल के अमृत महोत्सव के पावन एवं पुनीत अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज का ध्वजारोहण किया।
76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) ने विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए शुभकामनाएं एवं हार्दिक बधाईयां दीं। हम वास्तव में सौभाग्यशाली हैं कि हमें आजादी के 75 साल का अमृत महोत्सव मनाने का अवसर मिला है। ‘भारत’ ज्ञानरूपी प्रकाश की खोज में रत लोगों का राष्ट्र है। भारतवर्ष की संस्कृति और इतिहास हजारों साल पुराना है। हमें स्वयं को श्रेष्ठ बनाने के लिए ईमानदारी के साथ अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा।
प्रो. चक्रवाल (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) ने कहा कि विश्वविद्यालय का विकास ही राष्ट्र का विकास है। हमें ऐसे नागरिकों का निर्माण करना है जिन पर राष्ट्र के साथ संपूर्ण विश्व गौरव का अनुभव करे। हमें सदैव राष्ट्र के गौरव एवं विकास के हित में विचार करना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी के संकल्प, सहयोग, समन्वय, सामंजस्य एवं समर्पण से हम विश्वविद्यालय को देश के श्रेष्ठतम विश्वविद्यालयों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर सकते हैं।
प्रो. चक्रवाल ने कहा कि आजादी का मतलब अपने दायित्व, कर्तव्य और जिम्मेदारी का बोध होना है। हमारे विद्यार्थी प्रतिभाशाली %