सीयू में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर शांति मार्च आयोजित
बिलासपुर. गुरु घासीदास विश्वविद्यालय ((Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, is a Central University of India, located in Bilaspur C.G. State, established under Central Universities Act 2009, No. 25 of 2009. Formerly called Guru Ghasidas University (GGU), established by an Act of the State Legislative Assembly, was formally inaugurated on June 16, 1983.) के मानव विज्ञान एवं जनजातीय विकास विभाग एवं इतिहास विभाग द्वारा दिनांक 14 अगस्त, 2022 को सायं 5 बजे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के 75 साल पर अमतृ महोत्सव के अंतर्गत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर शांति मार्च का आयोजन किया गया।
विश्वविद्यालय (Guru Ghasidas Vishwavidyalaya, Bilaspur) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) के नेतृत्व में तेज वर्षा के दौरान रजत जयंती सभागार से विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार तक शांति मार्च का आयोजन किया गया। शांति मार्च से पूर्व विभाजन की त्रासदी झेलने वाले परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने हेतु दो मिनट का मौन धारण किया गया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. चक्रवाल (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) ने कहा कि हमें विभाजन के दौरान शहीद हुए लोगों एवं उनके परिजनों के प्रति संवेदनाओं के साथ ही युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। यदि हमें भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित होते देखना है तो संपूर्ण समर्पण के साथ अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों का निर्वाह करना होगा। उन्होंने कहा कि अपने प्राणों का बलिदान देकर करोडों लोगों ने इस विभाजन के दंश को झेला है। हमें उनके प्राणों की आहूति की ऊर्जा को जीवन में समाहित कर राष्ट्र के निर्माण में सहयोग देना है।
प्रो. चक्रवाल
(Vice Chancellor Professor Alok Kumar Chakrawal) ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता एवं लोकतंत्र के महत्व एवं मूल्य को समझने के लिए हमें विश्व के अन्य राष्ट्रों की शासन व्यवस्था का विश्लेषण करना होगा। राष्ट्र निर्माण में सहयोग के लिए किसी प्रकार के दिखावे की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने सभी से आव्हान किया कि आज इसी पल से हम सभी शपथ लें कि अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निर्वहन करेंगे।
कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव सूरज कुमार मेहर ने धन्यवाद ज्ञापन एवं संचालन ड. घनश्याम दुबे सहायक प्राध्यापक इतिहास विभाग ने किया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में एनएसएस एवं एनसीसी के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।