- आज का पंचांग
कलियुगाब्द…………………..5125
विक्रम संवत्………………….2080
शक संवत्…………………….1945
मास……………………………….चैत्र
पक्ष……………………………..कृष्ण
तिथी…………………………..चतुर्थी
रात्रि 08.18 पर्यंत पश्चात पंचमी
रवि………………………….उत्तरायण
सूर्योदय…….प्रातः 06.22.55 पर
सूर्यास्त……..संध्या 06.41.25 पर
सूर्य राशि…………………………मीन
चन्द्र राशि……………………….तुला
गुरु राशि………………………….मेष
नक्षत्र………………………..विशाखा
रात्रि 08.27 पर्यंत पश्चात अनुराधा
योग…………………………………वज्र
रात्रि 11.03 पर्यंत पश्चात सिद्धि
करण……………………………….बव
रात्रि 08.18 पर्यंत पश्चात बालव
ऋतु………………………(मधु) वसंत
दिन……………………………शुक्रवार
⚜ आज का राशिफल :
राशि फलादेश मेष :
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। लाभ
के अवसर हाथ आएंगे। कुबुद्धि हावी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे।
मित्रों से संबंध सुधरेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विरोधी
सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है।
🐂 राशि फलादेश वृष :
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग परेशानी का
कारण रह सकता है। दूसरों के कार्य में दखल न दें। बड़ों की सलाह
मानें। लाभ होगा। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। मानसिक बेचैनी
रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें।
राशि फलादेश मिथुन :
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य
की चिंता रहेगी। बेवजह कहासुनी हो सकती है। कानूनी अड़चन दूर
होगी। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा।
निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।
🦀 राशि फलादेश कर्क :
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
किसी अपने के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल होंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी।
🦁 राशि फलादेश सिंह :
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
घर के सदस्यों के स्वास्थ्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी सहयोग करेंगे।
🏻 राशि फलादेश कन्या :
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। धैर्य रखें।
⚖ राशि फलादेश तुला :
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधन जुटेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। लंब समय से रुके कार्य सहज रूप से पूर्ण होंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट में सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शुभ समय।
🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। अज्ञात भय रहेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा।
🏹 राशि फलादेश धनु :
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी व सट्टे से दूर रहें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन प्राप्त हो सकता है। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। आंखों का ख्याल रखें। अज्ञात भय सताएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन आ सकती है।
🐊 राशि फलादेश मकर :
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी अपरिचित पर अतिविश्वास न करें। विवाद से क्लेश होगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। कोई बड़ी समस्या आ सकती है। धैर्य रखें।
🏺 राशि फलादेश कुंभ :
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
शारीरिक कष्ट संभव है तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधन प्राप्त होंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।
राशि फलादेश मीन :
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
चोट व रोग से परेशानी संभव है। आराम तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। यश बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी जिसका तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें।
🔯आंग्ल मतानुसार :
29 मार्च सन 2024 ईस्वी ।
☸ शुभ अंक…………………..2
🔯 शुभ रंग……………आसमानी
🔯 अभिजीत मुहूर्त :
दोप 12.07 से 01.55 बजे तक ।
🔯 राहुकाल (अशुभ) :
प्रात: 11.00 से 12.31 तक ।
🚦 दिशाशूल :
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
उदय लग्न तालिका –
मीन
05:40:42 07:11:40
मेष
07:11:40 08:52:33
वृषभ
08:52:33 10:51:12
मिथुन
10:51:12 13:04:54
कर्क
13:04:54 15:21:04
सिंह
15:21:04 17:32:53
कन्या
17:32:53 19:43:32
तुला
19:43:32 21:58:10
वृश्चिक
21:58:10 24:14:20
धनु
24:14:20 26:19:57
मकर
26:19:57 28:07:04
कुम्भ
28:07:04 29:40:42
✡ चौघडिया :
प्रात: 07.56 से 09.27 तक लाभ
प्रात: 09.27 से 10.59 तक अमृत
दोप. 12.30 से 02.02 तक शुभ
सायं 05.05 से 06.36 तक चंचल
रात्रि 09.33 से 11.01 तक लाभ ।
💮 आज का मंत्रः
॥ ॐ इन्द्राय नमः॥
📢 सुभाषितानि :
श्रीमद्भगवतगीता (पञ्चमोऽध्यायः – कर्मसंन्यासयोगः) –
न प्रहृष्येत्प्रियं प्राप्य नोद्विजेत्प्राप्य चाप्रियम्।
स्थिरबुद्धिरसंमूढो ब्रह्मविद्ब्रह्मणि स्थितः॥५-२०॥
अर्थात :
जो प्रिय को प्राप्त होकर हर्षित नहीं होता और अप्रिय को प्राप्त होकर
उद्विग्न नहीं होता, वह स्थिरबुद्धि, संशयरहित, ब्रह्म को जानने वाला
पुरुष परब्रह्म में नित्य स्थित है॥20॥
🍃 आरोग्यं :
चने से उपचार –
१- रात को सोते समय थोड़े भुने हुए चने खाकर ऊपर से गुड़ खा
लें,इससे खांसी में लाभ होता है |
२– चने को छः गुने जल में भिगोकर दूसरे दिन प्रातःकाल उसका पानी
छानकर १०-१२ मिली की मात्रा में पीने से उलटी में लाभ होता है |
३- एक या दो मुट्ठी चने धोकर रात को भिगो दें | सुबह पिसा हुआ जीरा
और सौंठ चनों पर डालकर खाएं,घंटे भर बाद चने भिगोए हुए पानी को
भी पी लें, इस प्रयोग से कब्ज दूर होती है |
४- चने और जौं को बराबर मात्रा में पीस लें | इस आटे की रोटी के
सेवन से मधुमेह में बहुत लाभ होता है |
५- चने को दही के साथ पीसकर शरीर के जले हुए भाग पर लगाने से
तुरंत आराम आ जाता है |