भिलाई, 5 अगस्त 2024,campussamachar.com, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सेक्टर 7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में नई दिल्ली करोल बाग स्थित पांडव भवन की निदेशिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी पुष्पा दीदी ने अपने भिलाई प्रवास के आगमन पर उपस्थित ब्रह्मावत्स को कहा की देवताओं के लिए गायन है सर्व गुण संपन्न, वैसे ही हमें हमारे जीवन में एक-एक गुण को धारण करना है।
बुद्धि का योग एक परमात्मा से रहे दुनिया से तोड़ निभाते हुए भी हमें दुनिया से उपराम रहना है। शांति का गुण सभी को अच्छा लगता है,अशांति रूपी अवगुण का नही । चेक करना है कि हमारी बुद्धि कहां-कहां जाती है,राजयोग से मन और बुद्धि को एकाग्र करना है। राजयोग माना ही सहज पुरुषार्थ, राजा बनकर मन पर नजर रखनी है, मेहनत नहीं।
राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी पुष्पा दीदी ने सभी को साइलेंस – मौन का अभ्यास बढ़ाने का विशेष होमवर्क दिया। आपने दादियों के संग का अनुभव सुनाते हुए बताया कि दादिया सदैव देह रूपी आवरण से उपराम रही उनकी बुद्धि की लगन एक परमात्मा से थी। उनके तपस्या का तेज, व्यवहार,बोल,योग शक्ति से सहज ही हमारा जीवन परिवर्तन हो गया। हमें भी जीवन के एक-एक सेकंड, समय को संकल्प की एनर्जी से समर्थ बनाना है। हमारा समय संकल्प एनर्जी व्यर्थ न जाए, सभी हमसे पूछे कि हमारा जीवन इतना ऊंचा बनने वाला कौन है। आपने विशेष बताया कि जैसी स्मृति वैसी स्थिति, स्मृति से हम शक्तिशाली बनते हैं।
सुख की स्मृति से हम समृद्ध बनेंगे
brahmkumari news, : राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी पुष्पा दीदी ने उदाहरण द्वारा बताया कि मैं शक्तिशाली आत्मा हूं इस स्मृति से कर्म करने से शक्ति आती है और जीवन में समर्थी से समृद्धि आती है, जिससे हमारा जीवन सहज परिवर्तन होता है। हमारे व्यवहार से सभी को सुख मिलता है।
भिलाई सेवाकेंद्रों की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी जी ने बीके पुष्पा दीदी एवं विजया दीदी जी का पुष्प गुच्छ से स्वागत अभिनंदन किया।
इस अनुभव युक्त क्लास में भलाई के सभी सेवा केंद्रों की ब्रह्माकुमारी बहने एवं ब्रह्मवत्स बड़ी संख्या में उपस्थित रहकर लाभ लिया। यह जानकारी
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, राजयोग भवन,भिलाई,सेक्टर 7 छत्तीसगढ़ ने दी है .