आज की तिथि
वैशाख# – दूसरा माह (02)
कृष्ण पक्ष – द्वितीय पक्ष (02 रा)
तिथि – चतुर्थी ( 04 थी )
वार/दिन- सोमवार ( 02 रा वार/दिन )
#पूर्णिमांत ज्येष्ठ
आज तिथि ५१२६ /०२-०२-०४ /०२ युगाब्द ५१२६/ वैशाख (पूर्णिमांत ज्येष्ठ) कृष्ण पक्ष, चतुर्थी, सोमवार “एकदंत संकष्टी चतुर्थी” शुभ व मंगलमय हो….
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अंको में आज की तिथि
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♡🔆 5126/02/02/04/02♡
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युगाब्द (कलियुग) – 5126
वैशाख# – दूसरा माह (02)
कृष्ण पक्ष – द्वितीय पक्ष (02 रा)
तिथि – चतुर्थी ( 04 थी )
वार/दिन- सोमवार ( 02 रा वार/दिन )
#पूर्णिमांत ज्येष्ठ
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त्वमेव माता च पिता त्वमेव,
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव ।
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देव देव ॥
✍️ अधिकांश भारतीयों को यह प्रार्थना अक्षरशः याद है ।
✍️ हम भारतीय जड़, चेतन सभी में ईश्वर का वास मानते हैं, अतः उनको पूजते हैं ।
✍️ माता, पिता, सगे-सम्बन्धी, मित्र, विद्या (ज्ञान), द्रविण (धन) तक, ईश्वर की उपस्थिति के क्रम को ही हमे भी जीवन मे वरीयता देनी चाहिए ।
✍️ परन्तु हम तथाकथित बुद्धिमान (मूढ़ बुद्धि) वरीयताक्रम को ठीक उलट (द्रविण.. माता)देते हैं ।
✍️ माता कैसी भी परिस्थिति में अंत तक साथ देती है परंतु द्रविण (धन/लक्ष्मी) चलायमान/गतिशील है, हमेशा साथ नही देता ।
आज तिथि ५१२६ /०२-०२-०४ /०२ युगाब्द ५१२६/ वैशाख (पूर्णिमांत ज्येष्ठ) कृष्ण पक्ष, चतुर्थी, सोमवार “एकदंत संकष्टी चतुर्थी” की पावन मंगल बेला में, माता को सर्वोच्च प्राथमिकता के संकल्प के साथ, नित्य की भांति, आपकी मेरा “राम-राम”। campussamachar.com,
प्रस्तुति -ललित अग्रवाल